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Relationship Tips: कब करें शादी?

शादी सिर्फ़ दो लोगों का मिलन नहीं, बल्कि ज़िम्मेदारियों और समझदारी का रिश्ता है . आजकल कई लोग करियर, शिक्षा मे उन्नति के कारण देर से शादी करना पसंद करते हैं . खासकर 30 की उम्र के बाद शादी करने का चलन तेज़ी से बढ़ते चला जा रहा है . देर से शादी करने वाले जोड़े आत्मनिर्भर और आर्थिक रूप से मज़बूत होते हैं . देर से शादी करने के इतने सारे फ़ायदों के बावजूद, इसके कई नुकसान भी हैं, जिन्हें आपको नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए . आइए जानते है इसके फ़ायदे और नुकसान दोनों के बारे मे .

30 की उम्र के बाद शादी के फ़ायदे

आत्मनिर्भर बन जाते है लोग

30 की उम्र तक ज़्यादातर लोग अपने करियर में स्थापित हो जाते हैं . इस उम्र में लोग आत्मनिर्भर हो जाते हैं और अपने साथी का बेहतर ढंग से साथ दे पाते हैं . अगर आप 24-25 साल की उम्र में शादी करते हैं, तो हो सकता है कि आप उस समय आर्थिक रूप से स्थिर न हों .

मानसिक रूप से मज़बूत बन जाते है लोग

छोटी उम्र में लिए गए फैसले अक्सर जल्दबाजी में लिए जाते हैं, लेकिन 30 के बाद लोग मानसिक रूप से परिपक्व हो जाते हैं और रिश्तों को लेकर ज़्यादा गंभीर और समझदार हो जाते हैं . यह परिपक्वता शादी को मज़बूत और स्थायी बनाने में अहम भूमिका निभाती है .

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अपने सपनों को कर लेते है पूरा

30 से पहले लोग पढ़ाई, करियर, घूमने-फिरने और अपने शौक पूरे करने में व्यस्त रहते हैं . देर से शादी करने से उन्हें अपने सपनों और निजी जीवन को जीने का पर्याप्त समय मिल जाता है, जिससे शादी के बाद उन्हें कोई पछतावा नहीं होता .

30 के बाद शादी के नुकसान

गर्भधारण में समस्याएँ

महिलाओं में, 30 के बाद प्रजनन क्षमता धीरे-धीरे कम होने लगती है . 35 के बाद गर्भधारण में कठिनाई की संभावना बढ़ सकती है . बढ़ती उम्र के साथ स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ भी बढ़ जाती हैं, जिससे स्वस्थ वैवाहिक जीवन जीने में समस्याएँ आ सकती हैं .

सामाजिक दबाव

30 के बाद, शादी को लेकर परिवार और समाज का दबाव बढ़ सकता है, जिससे मानसिक तनाव बढ़ सकता है . उन्हें इसका दबाव भी झेलना पड़ता है . परिवार और साथी, दोनों की अपेक्षाओं का बोझ उन पर मानसिक दबाव भी डालने लगता है .