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आंखों-आंखों में इश्क की शुरुआत, क्यों सफर में बढ़ जाता है अट्रैक्शन?

Love begins through eyes

सफर अपने आप में एक अलग ही एहसास होता है. जब हम घर से दूर निकलते हैं तो मन खुला-खुला और हल्का महसूस करता है. ऐसे में अक्सर देखा जाता है कि लोग यात्रा के दौरान अजनबियों से जल्दी जुड़ जाते हैं, यहां तक कि कई बार आंखों-आंखों में इश्क की शुरुआत भी हो जाती है. लेकिन आखिर ऐसा क्यों होता है? आइए जानते हैं इसके पीछे की असली वजहें –

  1. नया माहौल और खुला मन
    यात्रा के दौरान दिमाग रिलैक्स रहता है. नया माहौल, नए लोग और नए अनुभव हमें ज्यादा रिसेप्टिव बना देते हैं. इसी खुलेपन की वजह से हम जल्दी अट्रैक्ट हो जाते हैं.
  2. आंखों का रोल सबसे बड़ा
    कहते हैं कि दिल से पहले आंखें बोलती हैं. सफर में जब बार-बार नजरें मिलती हैं, तो एक अंजाना सा कनेक्शन बन जाता है. यह बार-बार का आई कॉन्टैक्ट अट्रैक्शन को और मजबूत करता है.
  3. सीमित वक्त, गहरी बातें
    सफर में लोग अक्सर छोटे-छोटे समय में गहरी बातें कर लेते हैं. ये बातचीत जल्दी इमोशनल कनेक्शन बना देती है और मोहब्बत जैसा एहसास जगा देती है.
  4. अकेलेपन का अहसास
    लंबी यात्रा में अक्सर अकेलापन महसूस होता है. ऐसे में सामने वाला इंसान हमें ज्यादा इंट्रेस्टिंग लगता है और हम जल्दी उसकी ओर आकर्षित हो जाते हैं.
  5. फिल्मी इफेक्ट
    फिल्मों और कहानियों में सफर को हमेशा रोमांस से जोड़ा गया है. यह इमेज हमारे अवचेतन मन पर असर डालती है और हम भी यात्रा को रोमांटिक नजर से देखने लगते हैं.
  6. क्षणिक जुड़ाव (Temporary Bonding)
    ट्रैवल में होने वाला अट्रैक्शन अक्सर शॉर्ट-टर्म होता है. यह जरूरी नहीं कि यह रिश्ता आगे भी चले, लेकिन उस वक्त यह बेहद खास और गहरा महसूस होता है.

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