क्या आपने कभी ध्यान दिया है कि जैसे ही सेब को काटते हैं, कुछ ही मिनटों में उसका सफेद गूदा भूरा या काला होने लगता है, कई लोग इसे खराब होना समझ लेते हैं, लेकिन इसकी असली वजह वैज्ञानिक है और पूरी तरह प्राकृतिक भी.
सेब काला क्यों पड़ता है?
एक्सपर्ट्स बताते हैं कि सेब के काले पड़ने की प्रक्रिया को ऑक्सिडेशन कहा जाता है. जब सेब को काटा जाता है, तो उसके अंदर मौजूद फिनॉल नामक प्राकृतिक तत्व हवा में मौजूद ऑक्सीजन के संपर्क में आते हैं, इस पर एंजाइम पॉलीफेनॉल ऑक्सिडेज (PPO) तेजी से प्रतिक्रिया करता है और सेब का रंग भूरा/काला हो जाता है. वहीं सेब हवा लगते ही ऑक्सीजन से रिएक्शन करता है, और यही रिएक्शन उसे भूरा कर देता है, यह एक नैचुरल प्रोसेस है और इससे सेब खराब नहीं होता—सिर्फ उसका रंग बदलता है.
क्या ऐसा होना नुकसानदायक है?
यह एक प्राकृतिक रासायनिक प्रतिक्रिया है, भूरे हुए सेब को खाना सुरक्षित है, सिर्फ स्वाद और टेक्स्चर थोड़ा बदल सकता है.
सेब को काला होने से कैसे बचाएं?
यदि आप चाहते हैं कि कटे हुए सेब का रंग न बदले, तो इन आसान उपायों को अपनाएं
1. नींबू का रस लगाएं- नींबू में मौजूद विटामिन–C ऑक्सीकरण की प्रक्रिया को रोक देता है.
2. गुनगुने नमक वाले पानी में 3–4 मिनट रखें- इससे PPO एंजाइम की गतिविधि कम हो जाती है.
3. एयरटाइट डिब्बे में बंद करें- कम ऑक्सीजन मिलने से सेब का रंग नहीं बदलता.
4. ठंडे पानी में रखें- कोल्ड वॉटर ऑक्सीडेशन रिएक्शन की स्पीड धीमी कर देता है.
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