सर्दियों का सुपरफूड माने जाने वाले सिंघाड़े को लोग अलग-अलग तरीकों से खाते हैं. कच्चा भी और उबालकर भी, लेकिन अक्सर यह सवाल उठता है कि आखिर कौन-सा तरीका ज्यादा फायदेमंद है? क्या कच्चा सिंघाड़ा शरीर को ज्यादा ताकत देता है या उबला हुआ ज्यादा पौष्टिक होता है. इसका जवाब आपको हैरान कर सकता है आइए जानें सिंघाड़े को खाने का सही तरीका और दोनों के फायदे.
कच्चा सिंघाड़ा- कच्चे सिंघाड़े में फाइबर, विटामिन B6, एंटीऑक्सिडेंट, पोटैशियम, मैग्नीशियम, भरपूर मात्रा में होते हैं.
फायदे:– पाचन मजबूत करता है, इम्यूनिटी बढ़ाता है, शरीर को ठंडक और हाइड्रेशन देता है, वजन कम करने में मददगार, ब्लड प्रेशर कंट्रोल रहता है.
किसे खाना चाहिए:– जो लोग प्राकृतिक पोषण और फाइबर चाहते हैं, उनके लिए कच्चा सिंघाड़ा परफेक्ट है.
उबला हुआ सिंघाड़ा- कमजोरी और एनर्जी के लिए बेस्ट, उबालने के बाद सिंघाड़ा ज्यादा नरम, आसानी से पचने वाला, एनर्जी देने वाला हो जाता है. उबालने से इसके कई मिनरल्स शरीर में तेजी से अवशोषित होते हैं.
फायदे:- तुरंत एनर्जी देता है, थकान दूर करता है, बच्चों और बुजुर्गों के लिए आदर्श, पाचन में हल्का, सर्दियों में शरीर को गर्माहट देता है.
किसे खाना चाहिए:- जो लोग कमजोरी, थकान या पाचन समस्या से जूझ रहे हैं, उनके लिए उबला सिंघाड़ा सबसे अच्छा है.
कौन सा ज्यादा फायदेमंद?
अगर प्राकृतिक विटामिन और फाइबर चाहिए — कच्चा सिंघाड़ा सबसे बेहतर. अगर तुरंत ताकत और एनर्जी चाहिए — उबला हुआ सिंघाड़ा सबसे ज्यादा फायदेमंद. दोनों के अपने खास फायदे हैं, इसलिए यह आपके शरीर की जरूरतों पर निर्भर करता है.
सिंघाड़ा खाने का सबसे अच्छा तरीका
सिंघाड़े को अच्छी तरह धोकर खाना चाहिए, उबालते समय थोड़ा नमक डाल सकते हैं, दूध के साथ बनाया सिंघाड़े का आटा भी अत्यंत पौष्टिक होता है, शाम या रात में कम खाएं, सुबह या दोपहर में खाना ज्यादा फायदेमंद है.
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