रिश्तों और डेटिंग की दुनिया लगातार बदल रही है. कभी पारंपरिक डेटिंग का चलन था, फिर ऑनलाइन डेटिंग आई और अब युवाओं के बीच एक नया ट्रेंड तेजी से पॉपुलर हो रहा है. कॉन्ट्रा डेटिंग सोशल मीडिया पर इसका नाम खूब चर्चा में है और कई लोग इसे अपनाते भी दिख रहे हैं. आखिर क्या है कॉन्ट्रा डेटिंग और क्यों युवाओं को इतना पसंद आ रही है? आइए जानते हैं.
क्या होती है कॉन्ट्रा डेटिंग?
कॉन्ट्रा डेटिंग एक ऐसा कॉन्सेप्ट है जिसमें पार्टनर्स अपनी पसंद-नापसंद, सोच और रुचियों में एक-दूसरे के बिल्कुल उलट होते हैं. यानी अगर एक व्यक्ति बहुत सोशल है तो दूसरा इंट्रोवर्ट हो सकता है, अगर एक को रोमांच पसंद है तो दूसरे को सुकून भरा माहौल. इस तरह की डेटिंग का मानना है कि अपोज़िट नेचर वाले लोग एक-दूसरे को बैलेंस करते हैं और रिश्ते को और दिलचस्प बनाते हैं.
क्यों बढ़ रहा है इसका क्रेज?
यंग जेनरेशन को एक्सपेरिमेंट पसंद है – वे अलग तरह के रिश्ते आज़माना चाहते हैं.
एक्साइटमेंट और नयापन – विपरीत स्वभाव वाले लोगों से रिश्ता कभी बोरिंग नहीं होता.
पर्सनैलिटी ग्रोथ – दोनों एक-दूसरे से नई चीजें सीखते हैं.
सोशल मीडिया का असर – इंस्टाग्राम और डेटिंग ऐप्स पर इसके बारे में चर्चा ने इसे और पॉपुलर बना दिया है.
कॉन्ट्रा डेटिंग के फायदे
रिश्ते में नई-नई बातें सीखने और समझने का मौका मिलता है. बैलेंस और एडजस्टमेंट की आदत विकसित होती है. रिलेशनशिप में रोमांच और एक्साइटमेंट बनी रहती है.
कॉन्ट्रा डेटिंग के नुकसान
बार-बार मतभेद होने की संभावना रहती है. समझौते और एडजस्टमेंट ज़्यादा करने पड़ सकते हैं. अगर इगो टकरा जाए तो रिश्ता टूट भी सकता है.
युवाओं की पसंद क्यों?
आज की युवा पीढ़ी लंबे समय तक बंधे रहने वाले रिश्तों से ज्यादा मौज-मस्ती, एडवेंचर और नए अनुभव चाहती है. यही वजह है कि वे कॉन्ट्रा डेटिंग को एक नया और दिलचस्प विकल्प मानकर अपना रहे हैं.