सर्दियों में ठंड बढ़ने के कारण लोग अक्सर बार-बार गुनगुना या गर्म पानी पीते हैं, ऐसा करने से शरीर गर्म रहता है और सर्दी से बचाव भी होता है. इसे लगातार पीते रहने से पेट और पाचन तंत्र पर नकारात्मक असर पड़ सकता है.
खतरनाक हो सकता है जानिए क्यों
पेट की संवेदनशीलता बढ़ती है
डॉक्टर्स बताते हैं कि बार-बार गुनगुना पानी पीने से पेट की प्राकृतिक गर्मी प्रभावित हो सकती है, यह पाचन क्रिया को धीमा कर सकता है और गैस या भारीपन जैसी समस्याएं पैदा कर सकता है.
पाचन तंत्र पर असर
लगातार गर्म पानी पीने से पेट की सूक्ष्म जैविक क्रियाएं प्रभावित होती हैं, इससे भोजन को पचाने में कठिनाई, एसिडिटी और कभी-कभी अल्सर जैसी समस्या भी बढ़ सकती है.
प्राकृतिक जल संतुलन बिगड़ सकता है
गुनगुना पानी बार-बार पीने से शरीर का पानी-संतुलन प्रभावित हो सकता है, यह न सिर्फ पेट बल्कि किडनी और ब्लड सर्कुलेशन पर भी असर डालता है.
अन्य टिप्स
सर्दियों में पानी पीते समय ध्यान रखें, दिनभर में संतुलित मात्रा में गुनगुना या सामान्य तापमान का पानी पीएं और अत्यधिक गर्म पानी से बचें.
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