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Diabetes: पैदल चलना कितना जरूरी है? जानिए एक्सपर्ट्स की राय

HealthyLifestyle: डायबिटीज (मधुमेह) आज एक आम लेकिन गंभीर बीमारी बन चुकी है. बदलती जीवनशैली, गलत खान-पान और शारीरिक निष्क्रियता इसके मुख्य कारण हैं. ऐसे में डॉक्टर और हेल्थ एक्सपर्ट्स डायबिटीज के मरीजों को रोज पैदल चलने की सलाह देते हैं, लेकिन सवाल यह है डायबिटीज में पैदल चलना कितना जरूरी है और इससे क्या वाकई ब्लड शुगर कम होता है? आइए जानते हैं.

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पैदल चलने से कैसे कंट्रोल होती है डायबिटीज?
पैदल चलना एक सरल लेकिन प्रभावी एक्सरसाइज है, इससे शरीर की इंसुलिन संवेदनशीलता बढ़ती है, ब्लड शुगर सेल्स में बेहतर तरीके से उपयोग होता है, वजन कंट्रोल में रहता है, हार्ट हेल्थ बेहतर होती है नियमित वॉक से HbA1c लेवल में भी सुधार देखा गया है.

डायबिटीज मरीज को रोज कितना चलना चाहिए?
डॉक्टरों की सलाह के अनुसार रोज 30 से 45 मिनट पैदल चलना फायदेमंद है, यह लगभग 6,000 से 8,000 कदम के बराबर होता है. शुरुआती मरीज 15–20 मिनट से शुरू कर सकते हैं, सबसे अच्छा समय खाने के 20–30 मिनट बाद हल्की वॉक माना जाता है.

सुबह की वॉक या खाने के बाद?
खाने के बाद की वॉक ब्लड शुगर को तेजी से बढ़ने से रोकती है, सुबह की वॉक से मेटाबॉलिज्म एक्टिव होता है, दोनों को मिलाकर चलना सबसे बेहतर विकल्प है.

पैदल चलते समय किन बातों का रखें ध्यान
आरामदायक जूते पहनें, बहुत तेज या बहुत धीमी चाल से बचें, अगर चक्कर, कमजोरी या पसीना आए तो तुरंत रुकें, लो शुगर की स्थिति में कुछ मीठा साथ रखें.

एक्सपर्ट्स क्या कहते हैं
डॉ. अजय वर्मा, सीनियर फिजिशियन और डायबिटीज एक्सपर्ट, कहते हैं कि डायबिटीज कंट्रोल में पैदल चलना दवा जितना ही जरूरी है, सही समय और नियमित वॉक से ब्लड शुगर काफी हद तक कंट्रोल में रहता है.

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