ParentingTips: छुट्टियों, पिकनिक या परिवार संग घूमने की प्लानिंग अक्सर बच्चों की ट्रैवल उल्टी की समस्या के कारण खराब हो जाती है, बस या कार में बैठते ही कुछ बच्चों को उल्टी, चक्कर, सिर भारी लगना और बेचैनी शुरू हो जाती है. डॉक्टरों के मुताबिक यह समस्या मोशन सिकनेस का परिणाम है, जिसमें गाड़ी की गति और शरीर के संतुलन के बीच तालमेल बिगड़ जाता है. अच्छी बात यह है कि कुछ आसान उपाय अपनाकर इस परेशानी को काफी हद तक कम किया जा सकता है, जिससे आपका सफर तनावमुक्त और बच्चों के लिए मजेदार हो सकता है.
ये उपाय अपनाएं और सफर बने मस्त
बच्चे को हल्का भोजन कराएं
यात्रा से ठीक पहले भारी, तला-भुना या बहुत मीठा खाना उल्टी को ट्रिगर कर सकता है. सफर से 1-2 घंटे पहले हल्का और सुपाच्य भोजन देना बेहतर होता है.
खिड़की की सीट सबसे बेहतर
मोशन सिकनेस में बाहर का स्थिर दृश्य देखने से दिमाग को राहत मिलती है, खिड़की से हवा लगने और दृश्य देखने पर उल्टी की संभावना काफी कम हो जाती है. मोबाइल देखने या किताब पढ़ने से उल्टी और तेज होती है, इसलिए इससे बचें.
अदरक और पुदीना देते हैं तुरंत राहत
अदरक की कैंडी, पुदीने की चाय या नींबू-पुदीना पानी बच्चों को मतली से राहत देता है, यह पूरी तरह सुरक्षित घरेलू उपाय माना जाता है (बच्चे की उम्र के अनुसार दें).
गाड़ी में ताजी हवा का इंतजाम रखें
कार में बदबू या घुटन उल्टी का कारण बन सकती है, खिड़की हल्की खोलकर रखें या एसी को कम तापमान पर चलाएं ताकि हवा का अच्छा वेंटिलेशन बना रहे.
हर 1–2 घंटे बाद छोटा-सा ब्रेक लें
लंबी यात्रा के दौरान थोड़ी देर रुककर टहलना, पानी पीना और गहरी सांस लेना बच्चे को आराम देता है और उल्टी की संभावना काफी घट जाती है.
कब डॉक्टर से मिलना जरूरी है?
बच्चा हर ट्रैवल में उल्टी कर रहा हो, लगातार चक्कर या कमजोरी बनी रहे, डिहाइड्रेशन के लक्षण दिखें, ऐसी स्थिति में डॉक्टर से परामर्श लेना जरूरी होता है.
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