आज की तेज और तनावपूर्ण जिंदगी में मानसिक शांति और तनाव कम करने के लिए मेडिटेशन एक बेहतरीन उपाय है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि खाली पेट मेडिटेशन करने से इसके फायदे और भी बढ़ जाते हैं? आइए जानते हैं इसका सही समय, तरीका और लाभ.
मेडिटेशन का सही समय
सुबह जल्दी उठते ही – सुबह का समय शरीर और दिमाग को ताजगी देने के लिए सबसे अच्छा माना जाता है. खाली पेट भोजन करने के बाद ध्यान करना भारीपन और नींद का कारण बन सकता है, खाली पेट करने से ऊर्जा और एकाग्रता बेहतर होती है. शांत वातावरण में कमरे में कम शोर और हल्की रोशनी के साथ ध्यान करना आसान और प्रभावशाली होता है.
मेडिटेशन करने का तरीका
1. आरामदायक जगह चुनें – जमीन पर मैट या कुर्सी पर बैठें.
2. सही मुद्रा अपनाएं – कमर सीधी रखें, हाथ घुटनों पर रखें.
3. गहरी सांस लें – धीरे-धीरे सांस अंदर और बाहर छोड़ें.
4. ध्यान केंद्रित करें – किसी मंत्र, सांस या अपने विचारों पर फोकस करें.
5. समय निर्धारित करें – शुरुआत में 5-10 मिनट और धीरे-धीरे 20-30 मिनट तक बढ़ा सकते हैं.
खाली पेट मेडिटेशन के फायदे
1. मानसिक शांति – दिमाग शांत होता है और तनाव कम होता है.
2. बेहतर फोकस – खाली पेट ध्यान केंद्रित करने में मदद करता है.
3. एनर्जी बढ़ती है – शरीर में ऊर्जा का स्तर बढ़ता है और दिनभर एक्टिव रहते हैं.
4. डाइजेशन सुधारता है – भोजन के पहले मेडिटेशन करने से पाचन बेहतर होता है.
5. तनाव और चिंता घटती है – हार्मोन संतुलन बेहतर होता है और मूड फ्रेश रहता है.
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