अच्छी ओरल हाइजीन बनाए रखने के लिए लोग रोजाना ब्रश और फ्लॉस करते हैं, लेकिन अब माउथवॉश का इस्तेमाल भी एक आम आदत बन चुकी है. कई लोग सोचते हैं कि माउथवॉश सिर्फ सांसों को ताजा रखने के लिए होता है, जबकि इसके फायदे और नुकसान दोनों हैं. अगर आप भी रोजाना माउथवॉश का इस्तेमाल करते हैं, तो जान लीजिए यह कब फायदेमंद है और कब यह आपके दांतों और मसूड़ों के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है.
माउथवॉश इस्तेमाल के फायदे
1. सांसों की दुर्गंध से छुटकारा – माउथवॉश तुरंत बदबू को दूर करता है और लंबे समय तक फ्रेशनेस बनाए रखता है.
2. जर्म्स को करता है खत्म – एंटी-बैक्टीरियल माउथवॉश मुंह के अंदर बैक्टीरिया को मारकर इंफेक्शन का खतरा कम करता है.
3. कैविटी से बचाव – कुछ फ्लोराइड युक्त माउथवॉश दांतों को मजबूत करते हैं और कैविटी से बचाते हैं.
4. मसूड़ों की बीमारी में मददगार – मसूड़ों में सूजन या ब्लीडिंग होने पर सही माउथवॉश से राहत मिल सकती है.
5. डेंटल ट्रीटमेंट के बाद उपयोगी – दांतों की सर्जरी या ब्रेसेस पहनने वाले लोगों को माउथवॉश से फायदा मिलता है.
माउथवॉश के नुकसान
1. अत्यधिक इस्तेमाल से दांत कमजोर – रोजाना कई बार माउथवॉश करना दांतों की इनैमल को नुकसान पहुंचा सकता है.
2. मसूड़ों में जलन – कुछ माउथवॉश में मौजूद अल्कोहल मसूड़ों और जीभ में जलन पैदा कर सकता है.
3. ओरल कैंसर का खतरा – लंबे समय तक अल्कोहल-बेस्ड माउथवॉश का अधिक इस्तेमाल ओरल हेल्थ के लिए खतरनाक माना जाता है.
4. लार का प्राकृतिक संतुलन बिगड़ना – बार-बार माउथवॉश करने से मुंह की नमी घट सकती है, जिससे ड्राई माउथ की समस्या हो जाती है.
5. ब्रश और फ्लॉस का विकल्प नहीं – केवल माउथवॉश से ओरल हेल्थ पूरी तरह सुरक्षित नहीं हो सकती.
कब करें माउथवॉश का इस्तेमाल?
सुबह और रात ब्रश करने के बाद दिन में 1-2 बार, अगर बदबू की समस्या ज्यादा है, तो डॉक्टर से सलाह लेकर ही नियमित उपयोग करें, बच्चों और गर्भवती महिलाओं को माउथवॉश का इस्तेमाल सोच-समझकर करना चाहिए.
कब बचें माउथवॉश से?
अगर माउथवॉश करने के बाद लगातार जलन या एलर्जी हो रही है, जिन लोगों को ड्राई माउथ या लार कम बनने की समस्या है, बिना डॉक्टर की सलाह के रोजाना अल्कोहल-बेस्ड माउथवॉश का अधिक इस्तेमाल.
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