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Heater में बैठना अस्थमा के लिए खतरनाक? डॉक्टरों की बड़ी चेतावनी

sitting in a heater dangerous

Health Tips: सर्दियों में ठंड से राहत पाने के लिए लोग सबसे अधिक हीटर का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन क्या अस्थमा या किसी भी तरह की सांस की बीमारी वाले लोगों के लिए हीटर सुरक्षित है. डॉक्टरों का कहना है कि “हीटर जरूरत के समय आराम देता है, लेकिन इसका गलत इस्तेमाल सांस संबंधी बीमारियों को बढ़ा भी सकता है.

हीटर क्यों बढ़ा सकता है अस्थमा का खतरा?
हवा को अत्यधिक सूखा बना देता है- हीटर चलने पर कमरे की नमी तेजी से कम हो जाती है, सूखी हवा ब्रोंकियल ट्यूब्स में जलन पैदा करती है, जिससे अस्थमा के मरीजों में सांस फूलने की समस्या बढ़ सकती है.

धूलकण तेजी से उड़ने लगते हैं- हीटर की गर्म हवा कमरे में जमी धूल को फैलाती है, धूलकण अस्थमा ट्रिगर माने जाते हैं और फेफड़ों में एलर्जी बढ़ा सकते हैं.

ऑक्सीजन स्तर कम हो सकता है- बंद कमरे में लंबे समय तक हीटर चलने से हवा भारी हो जाती है और ऑक्सीजन की मात्रा कम महसूस हो सकती है, जिससे सांस लेने में कठिनाई होती है.

गैस हीटर और पुराने हीटर अधिक खतरनाक- कई घरेलू हीटर कार्बन मोनोऑक्साइड और अन्य गैसें उत्सर्जित करते हैं, जो अस्थमा पेशेंट्स के लिए बेहद हानिकारक हो सकती हैं.

डॉक्टरों की सलाह: कैसे करें हीटर का सुरक्षित उपयोग?
कमरे में हल्का वेंटिलेशन रखें- खिड़की थोड़ी खुली रखें ताकि हवा का नैचुरल सर्कुलेशन बना रहे.

ह्यूमिडिफायर का उपयोग करें- या फिर कमरे में पानी से भरा कटोरा रखें, ताकि हवा में नमी बनी रहे.

हीटर से बहुत नजदीक न बैठें- बहुत ज्यादा गर्म हवा सीधे शरीर या सांस की नली को प्रभावित कर सकती है.

समय-समय पर बंद करें- 3–4 घंटे लगातार हीटर चलाना अस्थमा वालों के लिए नुकसानदायक हो सकता है.

कमरे की धूल साफ रखें- हीटर चलाने से पहले कमरे की सफाई जरूरी है.

किन लोगों को ज्यादा सावधानी रखनी चाहिए?
अस्थमा मरीज, ब्रोंकाइटिस वाले लोग, सांस फूलने की समस्या वाले लोग, एलर्जी से पीड़ित लोग, बुजुर्ग और छोटे बच्चे.

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