सर्दियों का मौसम आते ही ज्यादातर लोग दिन की शुरुआत गरमागरम चाय या कॉफी से करते हैं, ठंड बढ़ते ही कई लोग दिनभर में 5–6 कप तक पी जाते हैं. कुछ लोग तो गर्मी महसूस करने के लिए लगातार चाय-कॉफी का सेवन करते रहते हैं,
लेकिन हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार यह आदत जितनी आसान और सामान्य लगती है, उतनी ही खतरनाक भी साबित हो सकती है. ठंड के मौसम में कैफीन का ज्यादा सेवन शरीर पर कई तरह के नकारात्मक प्रभाव डालता है.
ज्यादा चाय-कॉफी शरीर में पानी की कमी बढ़ाती है
ठंड में पानी पीने की इच्छा वैसे ही कम हो जाती है, ऊपर से चाय-कॉफी में मौजूद कैफीन डायूरेटिक होता है, यानी यह शरीर से पानी को बाहर निकालता है. इसके कारण डिहाइड्रेशन, त्वचा का सूखना, होंठ फटना, थकान, चक्कर जैसी समस्याएं बढ़ जाती हैं.
पेट की समस्याएं तेजी से बढ़ती हैं
सर्दियों में चाय-कॉफी की अधिक मात्रा पेट के लिए हानिकारक साबित होती है. क्योंकि कैफीन एसिडिटी, गैस, अपच, पेट में जलन, कब्ज, जैसी तकलीफों को बढ़ाता है. खाली पेट चाय पीना इस समस्या को और गंभीर बना देता है.
दिल की धड़कन तेज हो सकती है
कई लोग ठंड में कॉफी को एनर्जी ड्रिंक की तरह पीते हैं, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि अधिक कैफीन दिल की धड़कन बढ़ाता है, ब्लड प्रेशर को अस्थिर करता है, घबराहट या एंग्जाइटी बढ़ा सकता है जो कि दिल के मरीजों के लिए और भी खतरनाक है.
नींद की गुणवत्ता खराब होती है
सर्दियों में अधिकतर लोग गर्म पेय पदार्थों का सेवन शाम के बाद भी करते रहते हैं, लेकिन कैफीन शरीर में करीब 8 घंटे तक असर करता है. इससे देर से नींद आना, नींद टूटना, नींद की गुणवत्ता खराब होना जैसी परेशानियां बढ़ सकती हैं.
इम्यूनिटी कमजोर होने लगती है
हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना है कि ठंड में शरीर को ज्यादा गर्माहट और पोषण की जरूरत होती है, चाय-कॉफी का अत्यधिक सेवन शरीर में सूजन बढ़ाता है, इम्यूनिटी को कमजोर करता है, संक्रमण का खतरा बढ़ाता है, इसलिए सर्दियों में बार-बार चाय-कॉफी पीना शरीर की रक्षा क्षमता को कम कर सकता है.
सर्दियों में चाय-कॉफी कितनी पीनी चाहिए?
डॉक्टरों के अनुसार दिन में 2 कप चाय या कॉफी से ज्यादा नहीं, खाली पेट चाय-कॉफी से बचें पानी की मात्रा बढ़ाएं, हर्बल टी, सूप, गुनगुना पानी बेहतर विकल्प है.
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