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सांस फूलने के पीछे छिपा स्वास्थ्य खतरा, जल्दी पहचानें लक्षण

अक्सर लोग सांस फूलने की समस्या को सिर्फ थकान या अधिक मेहनत का असर समझ लेते हैं, लेकिन चिकित्सकों का कहना है कि बार-बार सांस फूलना कभी-कभी गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत हो सकता है. इसे नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है.

सांस फूलने के संभावित कारण

हृदय संबंधी समस्याएं: हार्ट फेलियर, कोरोनरी आर्टरी डिजीज या हृदय की मांसपेशियों की कमजोरी, अचानक सांस फूलना, सीने में दबाव या दर्द.

फेफड़ों की बीमारियां: अस्थमा, क्रॉनिक ब्रोंकाइटिस, फेफड़ों का संक्रमण या फेफड़ों का अल्सर. खांसी, बलगम या लंबे समय तक सांस फूलना.

रक्ताल्पता (Anemia): शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी होने पर ऑक्सीजन की कमी, थकान के साथ सांस फूलना.

मोटापा और लाइफस्टाइल: अत्यधिक वजन, धूम्रपान या व्यायाम की कमी से भी सांस फूलती है.

अन्य गंभीर कारण: ब्लड प्रेशर, मधुमेह या हृदय-फेफड़ों से जुड़े संक्रमण.

सांस फूलने के लक्षण जिन्हें नजरअंदाज न करें
हल्की मेहनत में भी सांस फूलना, सीने में अचानक दबाव या दर्द, बार-बार खांसी या बलगम बनना, रात में सोते समय सांस लेने में कठिनाई, हाथ-पैर में सुन्नपन या ठंडक महसूस होना.

क्या करें
अगर सांस फूलना लगातार बना रहे तो डॉक्टर से तुरंत सलाह लें, हृदय और फेफड़ों की जांच कराएं, धूम्रपान, शराब और तैलीय भोजन से बचें. नियमित व्यायाम और सही खानपान अपनाएं.

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