Health Tips: बरसात का मौसम जहां बच्चों के लिए मस्ती और खेलने-कूदने का समय होता है, वहीं यह कई संक्रामक बीमारियों का खतरा भी साथ लाता है . छोटे बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता पूरी तरह विकसित नहीं होती, इसलिए बारिश में उन्हें बीमारियों का खतरा अधिक होता है . आइए जानें किन बीमारियों से बचाव जरूरी है और डॉक्टर क्या सलाह देते हैं .
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सर्दी-खांसी और वायरल फीवर
कारण: बारिश में तापमान में गिरावट और नमी की वजह से वायरल इंफेक्शन तेजी से फैलते हैं .
लक्षण: नाक बहना, बुखार, गले में खराश, थकान .
डॉ. अनामिका सिंह, शिशु रोग विशेषज्ञ, एम्स, नई दिल्ली की सलाह:
- बच्चे को सूखे और गर्म कपड़ों में रखें .
- पर्याप्त पानी और हल्का सुपाच्य खाना दें .
- अगर बुखार तीन दिन से ज्यादा रहे तो डॉक्टर से तुरंत मिलें .
डायरिया और पेट के संक्रमण
- कारण: दूषित पानी और खुले में मिलने वाला unhygienic खाना .
- लक्षण: पतला दस्त, उल्टी, पेट दर्द, कमजोरी .
डॉ. अनामिका सिंह, शिशु रोग विशेषज्ञ, एम्स, नई दिल्ली डॉक्टर की सलाह:
- उबला हुआ या RO पानी पिलाएं .
- बाहर का खाना और स्ट्रीट फूड बिल्कुल न दें .
- ORS और घर में बना लिक्विड दें, और ज़रूरत पर डॉक्टर से सलाह लें .
कंजंक्टिवाइटिस (आंख आना)
- कारण: बारिश में आंखों में बैक्टीरिया या वायरस का संक्रमण .
- लक्षण: आंखें लाल होना, पानी आना, चुभन .
डॉ. अनामिका सिंह, शिशु रोग विशेषज्ञ, एम्स, नई दिल्ली डॉक्टर की सलाह:
- बच्चों को आंख रगड़ने से रोकें .
- साफ रूमाल या टिशू इस्तेमाल करें .
- संक्रमण होने पर डॉक्टर द्वारा दी गई ड्रॉप्स ही लगाएं .
डेंगू और मलेरिया
- कारण: जमा हुआ पानी मच्छरों की पैदाइश बढ़ाता है .
- लक्षण: तेज बुखार, शरीर में दर्द, चकत्ते, उल्टी .
- डॉक्टर की सलाह:
बच्चे को फुल स्लीव कपड़े पहनाएं .
मच्छरदानी या रिपेलेंट का प्रयोग करें .
कहीं भी पानी जमा न होने दें .
कान का संक्रमण (ओटाइटिस)
- कारण: नमी के कारण फंगल या बैक्टीरियल इंफेक्शन .
लक्षण: कान में दर्द, सूजन, बुखार .
डॉक्टर की सलाह: - बच्चों के कान में पानी न जाने दें .
किसी भी असुविधा पर ENT डॉक्टर से संपर्क करें .
डॉक्टर की सामान्य सलाह:
- बच्चों को बारिश में भीगने से बचाएं .
- गर्म पानी से स्नान कराएं .
- समय-समय पर हाथ धोने की आदत डालें .
- नियमित टीकाकरण कराना न भूलें .
- अगर बच्चा ज्यादा सुस्त दिखे या लक्षण बिगड़ें, तो तुरंत डॉक्टर से मिलें .
बरसात के मौसम में थोड़ी सी सावधानी और स्वच्छता बच्चों को कई बीमारियों से बचा सकती है . डॉ. अनामिका सिंह कहती हैं, “अच्छी आदतें, साफ-सफाई और समय पर इलाज – यही बरसात में बच्चों को स्वस्थ रखने का मंत्र है .”
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