माइग्रेन एक सामान्य लेकिन काफी परेशान करने वाली स्थिति है, जो केवल सिर दर्द तक सीमित नहीं होती. यह एक न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर है, जिसमें सिर के एक तरफ या दोनों तरफ हल्के से लेकर तेज दर्द, मतली, उल्टी और रोशनी या आवाज से संवेदनशीलता जैसी समस्याएं देखने को मिलती हैं. शुरुआती लक्षणों को पहचानना बेहद जरूरी है, ताकि समय पर इलाज और जीवनशैली में बदलाव किए जा सकें.
माइग्रेन क्यों होता है?
माइग्रेन के कारण पूरी तरह स्पष्ट नहीं हैं, लेकिन न्यूरोट्रांसमीटर और मस्तिष्क की रक्त वाहिकाओं में असंतुलन इसे उत्पन्न कर सकता है. तनाव, नींद की कमी, हार्मोनल बदलाव, अनियमित खान-पान और कुछ खाद्य पदार्थ भी माइग्रेन ट्रिगर कर सकते हैं.
शुरुआती लक्षण
सिर में हल्का या तेज दर्द – आमतौर पर सिर के एक तरफ शुरू होता है. अचानक महसूस होने वाली थकान या चिड़चिड़ापन.
दृष्टि में बदलाव – रोशनी या धुंधले दिखना, झपकती रोशनी.
मतली और उल्टी – माइग्रेन का आम लक्षण, ध्वनि और रोशनी के प्रति संवेदनशीलता, सिर के आसपास हल्का दबाव या तनाव.
माइग्रेन पहचानने के आसान तरीके
लॉग बुक बनाएं: सिर दर्द, खा-पीने की आदतें और नींद का रिकॉर्ड रखें.
ट्रिगर पहचानें: कौन-से भोजन, तनाव या माहवारी के दिन माइग्रेन बढ़ता है, नोट करें.
लाइफस्टाइल में बदलाव: पर्याप्त नींद, हाइड्रेशन और संतुलित आहार से माइग्रेन को कम किया जा सकता है.
आराम और ध्यान: स्ट्रेस कम करने के लिए मेडिटेशन, योग या हल्की एक्सरसाइज अपनाएं.
कब डॉक्टर से संपर्क करें
अगर माइग्रेन लगातार दो-तीन बार में बढ़ रहा है, सिर दर्द असामान्य तेज है या जीवन को प्रभावित कर रहा है, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें, माइग्रेन की सही पहचान और शुरुआती लक्षणों पर ध्यान देना आपके जीवन को आसान और दर्दमुक्त बनाने की दिशा में पहला कदम है. सही खान-पान, पर्याप्त नींद और समय पर इलाज से इसे कंट्रोल किया जा सकता है.
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