आजकल कमर और पैरों का दर्द एक आम समस्या बन चुकी है. अक्सर लोग इसे थकान, गलत बैठने की आदत या उम्र से जुड़ी परेशानी मानकर नजरअंदाज कर देते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि लगातार रहने वाला यह दर्द आपकी किडनी के खराब होने का अलार्म भी हो सकता है?
किडनी क्यों देती है दर्द का संकेत?
किडनी शरीर के निचले हिस्से, रीढ़ की हड्डी के पास स्थित होती है. जब इनमें इंफेक्शन, स्टोन या डैमेज जैसी समस्या होती है, तो दर्द कमर से होते हुए पैरों तक फैल सकता है. कई बार यह दर्द इतना ज्यादा बढ़ जाता है कि उठना-बैठना भी दूभर हो जाता है.
किडनी डैमेज के शुरुआती लक्षण
कमर और पैरों में लगातार दर्द या भारीपन, टखनों और पैरों में सूजन, बार-बार पेशाब आना या पेशाब का रंग बदलना, थकान और कमजोरी महसूस होना, भूख कम लगना, मितली या उल्टी आना, चेहरे पर सूजन और आंखों के नीचे हल्केपन का आना.
कब हो जाएं सतर्क?
अगर इन लक्षणों के साथ आपका दर्द लगातार बढ़ रहा है या दवाइयों से भी ठीक नहीं हो रहा, तो इसे हल्के में न लें. यह किडनी डैमेज या फेलियर की शुरुआत हो सकती है. समय रहते नेफ्रोलॉजिस्ट (किडनी विशेषज्ञ) से जांच और इलाज कराना बेहद जरूरी है.
किडनी को स्वस्थ रखने के उपाय
रोज पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं, बहुत ज्यादा नमक, तैलीय और जंक फूड से परहेज करें, शराब और धूम्रपान से दूरी बनाए रखें. ब्लड शुगर और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखें. हेल्दी डाइट और नियमित व्यायाम को दिनचर्या का हिस्सा बनाएं, साल में एक बार किडनी की जांच जरूर करवाएं.