आजकल ऑफिस वर्क, मोबाइल और लैपटॉप के ज़रूरत से ज़्यादा इस्तेमाल के कारण गर्दन और रीढ़ की हड्डी की समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं. लंबे समय तक एक ही पोजिशन में बैठने या झुककर काम करने से सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस की समस्या हो सकती है. यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें गर्दन की हड्डियों और नसों पर दबाव पड़ने लगता है, जिससे दर्द और अकड़न की समस्या बढ़ जाती है.
सर्वाइकल होने की मुख्य वजहें
घंटों तक लैपटॉप या मोबाइल पर झुककर काम करना, लंबे समय तक कुर्सी पर एक ही पोजिशन में बैठे रहना, गलत तकिये पर सोना या गर्दन को सपोर्ट न मिलना, लगातार तनाव और शारीरिक गतिविधियों की कमी, उम्र बढ़ने के साथ हड्डियों और नसों का कमजोर होना,
सर्वाइकल के शुरुआती लक्षण
अगर आप इन संकेतों को समय रहते पहचान लें, तो सर्वाइकल को बढ़ने से रोका जा सकता है –
गर्दन में लगातार दर्द और अकड़न, कंधे और बाजू तक दर्द का फैलना, हाथों में झनझनाहट या कमजोरी महसूस होना. सिरदर्द, खासकर गर्दन के पिछले हिस्से में, ज्यादा देर बैठने के बाद दर्द का बढ़ जाना, गर्दन घुमाने में कठिनाई.
सर्वाइकल से बचाव के आसान उपाय
1. हर 30–40 मिनट में अपनी सीट से उठकर हल्की स्ट्रेचिंग करें.
2. लैपटॉप/कंप्यूटर हमेशा आंखों के लेवल पर रखें.
3. सही और आरामदायक तकिये का इस्तेमाल करें.
4. रोजाना कम से कम 30 मिनट हल्की एक्सरसाइज और वॉक करें.
5. काम के दौरान सही पॉश्चर (सीधी पीठ और गर्दन) बनाए रखें.
6. जरूरत पड़ने पर फिजियोथेरेपी और डॉक्टर की सलाह लें.
कब करें डॉक्टर से संपर्क?
अगर गर्दन का दर्द लगातार बढ़ रहा है, बाजुओं में कमजोरी आ रही है या हाथों में झनझनाहट लंबे समय तक बनी रहती है, तो तुरंत विशेषज्ञ डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है. देर करने पर समस्या गंभीर रूप ले सकती है.