Diabetes Ayurvedic Treatment: डायबिटीज आज भारत में सबसे तेजी से बढ़ती स्वास्थ्य समस्याओं में से एक है, आधुनिक इलाज के साथ-साथ लोग अब आयुर्वेदिक तरीकों की ओर भी भरोसा जता रहे हैं. आयुर्वेद विशेषज्ञों के अनुसार कुछ घरेलू और प्राकृतिक उपाय ब्लड शुगर को कंट्रोल रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं. आइए जानते हैं 5 असरदार Ayurvedic Remedies जो डायबिटीज को मैनेज करने में मददगार माने जाते हैं.
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ये हैं 5 असरदार Ayurvedic Remedies
1. मेथी के बीज (Fenugreek Seeds)
आयुर्वेद में मेथी को प्राकृतिक शुगर-रेगुलेटर माना गया है, रातभर एक चम्मच मेथी भिगोकर सुबह उसका पानी पीने से इंसुलिन सेंसिटिविटी बढ़ती है. फाइबर बालेंस्ड शुगर लेवल बनाए रखता है, विशेषज्ञ कहते हैं कि मेथी नियमित लेने से फास्टिंग शुगर पर अच्छा असर पड़ता है.
2. करेला जूस (Bitter Gourd Juice)
करेले में ‘चारंटिन’ नामक तत्व मौजूद होता है जो ब्लड ग्लूकोज को कम करने की क्षमता रखता है, सुबह खाली पेट आधा कप ताजा करेला जूस लेना फायदेमंद माना जाता है. आयुर्वेद डॉक्टर इसे “प्राकृतिक इंसुलिन” कहते हैं.
3. दालचीनी (Cinnamon)
दालचीनी ब्लड शुगर लेवल को स्थिर रखने में मदद करती है, एक गिलास गर्म पानी में आधा चम्मच दालचीनी पाउडर रोज इस्तेमाल करने से ग्लूकोज मेटाबॉलिज़्म बेहतर होता है. एक्सपर्ट्स बताते हैं कि यह कार्ब्स को एनर्जी में तेज़ी से बदलने में मदद करती है.
4. आंवला (Amla)
आंवला विटामिन C का बेहतरीन स्रोत है और पैनक्रियास को मजबूत करता है, रोज सुबह आंवला जूस या पाउडर का सेवन करने से इंसुलिन प्रोडक्शन संतुलित रहता है, आयुर्वेद में इसे “टोटल बॉडी टॉनिक” कहा गया है.
5. गुड़मार (Gymnema Sylvestre)
गुड़मार को आयुर्वेद में “शुगर डिस्ट्रॉयर” कहा जाता है, इसकी पत्तियां शुगर को अवशोषित होने से रोकती हैं और क्रेविंग कम करती हैं. आयुर्वेदिक विशेषज्ञों के अनुसार गुड़मार को कैप्सूल या काढ़े के रूप में लिया जा सकता है.
एक्सपर्ट की राय
Dr. Partap Chauhan – प्रसिद्ध आयुर्वेद विशेषज्ञ का कहना है कि ये उपाय तभी असर दिखाते हैं जब डाइट कंट्रोल हो. रोज 30 मिनट वॉक की जाए, नींद और तनाव पर ध्यान दिया जाए, ये उपाय दवाओं का विकल्प नहीं हैं, लेकिन प्राकृतिक रूप से शुगर लेवल संतुलित रखने में बेहद प्रभावी माने जाते हैं.
























