Advertisement

Knowledge Tips: ताजमहल बनाने में कितने साल लगे थे? जानिए

TajMahalHistory: भारत का ताजमहल न केवल मुगल वास्तुकला का अद्भुत नमूना है, बल्कि विश्व का एक अनमोल धरोहर स्थल भी माना जाता है, यह सिर्फ एक मकबरा नहीं, बल्कि शाहजहां की अपनी पत्नी मुमताज महल के प्रति अमर प्रेम का प्रतीक है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस भव्य संरचना को बनाने में कितने साल लगे थे और इसके निर्माण की कहानी क्या है?

Breaking : अशोक धाम श्री राम कथा को लकेर प्रशासन का High Alert

निर्माण का समय
इतिहासकारों के अनुसार, ताजमहल का निर्माण कार्य 1632 ईस्वी में शुरू हुआ और लगभग 21 साल बाद 1653 ईस्वी में पूरा हुआ. इस विशाल और शानदार मकबरे के निर्माण में लाखों कारीगर, वास्तुकार, और शिल्पकार शामिल थे.

निर्माण में लगे लोग और सामग्री
करीब 20,000 से अधिक मजदूर इस परियोजना पर काम कर रहे थे, इसमें सफेद संगमरमर राजस्थान के मकराना से लाया गया. कीमती पत्थर और रत्न भारत और एशिया के विभिन्न हिस्सों से मंगवाए गए, वास्तुकला में फारसी, तुर्की और भारतीय शैली का अद्भुत मिश्रण देखा जा सकता है.

निर्माण की चुनौतियां
ताजमहल बनाने में कई तकनीकी और पर्यावरणीय चुनौतियां थीं, बड़े-बड़े पत्थरों को खींचना, उनके उत्थापन का तरीका और मूर्तियों की नक्काशी सब बेहद मेहनत और कुशलता मांगते थे.

ताजमहल का महत्व
22 साल की मेहनत और लगन का नतीजा आज हम सभी के सामने है, ताजमहल न केवल भारत की सांस्कृतिक धरोहर है, बल्कि यह विश्व धरोहर स्थल (UNESCO World Heritage Site) के रूप में भी शामिल है, यह आज भी प्रेम और कला का प्रतीक माना जाता है.

इसे भी पढ़े-Knowledge Tips: दुनिया का सबसे ऊंचा पोस्ट ऑफिस कहां है? जानिए