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गणेश जी की पूजा में ये एक काम भूलकर भी न करें, Wednesday के दिन

धार्मिक आस्था में बुधवार का दिन गणेश भगवान को समर्पित माना जाता है. इस दिन श्रद्धालु विशेष रूप से पूजा-अर्चना, व्रत और भोग लगाकर विघ्नVinashak गणेश जी का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं, लेकिन ज्योतिष और शास्त्रों में बुधवार की पूजा से जुड़ी कुछ विशेष सावधानियों का उल्लेख भी मिलता है, जिनकी अनदेखी से पूजा का फल कम हो सकता है और कार्यों में बाधाएँ भी आ सकती हैं.

बुधवार की पूजा में एक गलती जो भारी पड़ सकती है
पंडितों के अनुसार बुधवार के दिन गणेश जी की पूजा करते समय तुलसी पत्र चढ़ाने की भूल बिल्कुल नहीं करनी चाहिए. शास्त्रों में वर्णन है कि गणेश जी ने स्वयं तुलसी देवी को अपने पूजन में शामिल न करने का वरदान दिया था, ऐसे में गणेश पूजा में तुलसी पत्र अर्पित करना वर्जित माना गया है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, बुधवार को की गई यह एक गलती जीवन में रुकावटें, धन संबंधी समस्याएं और मानसिक अशांति का कारण बन सकती है, इसलिए भक्त इस नियम को विशेष रूप से ध्यान में रखते हैं.

इन चीजों से भी करें परहेज
पूजा करणों के मुताबिक, सिर्फ तुलसी ही नहीं, बल्कि कुछ और नियम भी बुधवार को गणेश पूजा में माने जाते हैं. गणेश जी को तुलसी युक्त प्रसाद न चढ़ाएं, पूजा में टूटी-फूटी मूर्ति का उपयोग न करें, घर में तीखी बहस, कलह या क्रोध से बचें, क्योंकि यह दिवस शांत मन से पूजा करने का होता है.

क्या करें बुधवार की पूजा में?
गणेश जी को दुर्वा घास, लड्डू, केले, और पीली वस्तुएँ अर्पित करें, ‘ॐ गं गणपतये नमः’ का जाप करें, संभव हो तो बुधवार को किसी जरूरतमंद को हरा वस्त्र, मूंग दाल या पत्तेदार सब्जियाँ दान करें.

भक्तों में फैलती जागरूकता
हाल ही में सोशल मीडिया पर भी बुधवार की पूजा संबंधी नियमों को लेकर कई वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिनमें पंडित और धर्मगुरु लोगों को सही विधि से पूजा करने की सलाह देते नजर आते हैं, भक्तों का मानना है कि इन प्राथमिक धार्मिक नियमों का पालन करने से कार्य सहजता से सिद्ध होते हैं और भगवान गणेश की कृपा प्राप्त होती है.

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