BenefitsofMantras: भारत की प्राचीन वैदिक परंपरा में गायत्री मंत्र को सबसे पवित्र और शक्तिशाली मंत्र माना जाता है. ऋग्वेद से उत्पन्न यह मंत्र न केवल आध्यात्मिक शांति प्रदान करता है बल्कि मन, मस्तिष्क और चेतना को भी जाग्रत करने की क्षमता रखता है.आध्यात्मिक गुरु डॉ. अरविंद त्रिपाठी की राय के अनुसार, इस मंत्र का सही अर्थ और कंपन शरीर पर अद्भुत प्रभाव डालता है.
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क्या है गायत्री मंत्र?
ॐ भूर्भुवः स्वः
तत्सवितुर्वरेण्यं
भर्गो देवस्य धीमहि
धियो यो नः प्रचोदयात्॥
गायत्री मंत्र का अर्थ
इस मंत्र का सार यह है कि हम परम दिव्य प्रकाश (सविता देव) का ध्यान करते हैं, जिसकी शक्ति हमारे बुद्धि को प्रकाशित करे और सही मार्ग की प्रेरणा दे. इसका उद्देश्य मनुष्य के भीतर मौजूद बुद्धि, विवेक, ऊर्जा और सकारात्मकता को जगाना है.
मंत्र को शक्तिशाली क्यों माना जाता है?
वैज्ञानिक कंपन (Vibrations): इस मंत्र के 24 अक्षर ऐसे ध्वनि तरंग पैदा करते हैं, जो मस्तिष्क की अल्फ़ा वेव्स को सक्रिय कर तनाव कम करते हैं.
मानसिक शांति और फोकस: मंत्र के नियमित जाप से मन शांत होता है और एकाग्रता बढ़ती है। योग विशेषज्ञ इसे “ब्रेन एनर्जाइज़र” कहते हैं.
आध्यात्मिक ऊर्जा का जागरण: प्राचीन ग्रंथों में इसे ‘ज्ञान का द्वार खोलने वाला मंत्र’ बताया गया है.
नकारात्मक ऊर्जा से सुरक्षा: मंत्र के जाप से वातावरण में सकारात्मकता बढ़ती है और मन में भय, तनाव और भ्रम कम होते हैं.
ध्यान (Meditation) का मूल आधार:
यह मंत्र ध्यान के लिए आदर्श माना गया है, कई शोध बताते हैं कि इसके नियमित उच्चारण से भावनात्मक स्थिरता बढ़ती है.
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