Positive Energy with Surya Arghya: भारत में प्राचीन काल से सूर्य को ऊर्जा, स्वास्थ्य और सफलता का प्रतीक माना गया है, इसी कारण रोजाना सुबह सूर्य देव को जल अर्पित करने की परंपरा आज भी करोड़ों लोग निभा रहे हैं, लेकिन क्या वजह है कि इस उपाय को सबसे शक्तिशाली माना जाता है.
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आध्यात्मिक महत्व: जीवन, ऊर्जा और सौभाग्य का प्रतीक
हिंदू धर्म में सूर्य देव को पंचदेव में शामिल किया गया है. शास्त्रों के अनुसार सूर्य को जल चढ़ाने से मन और शरीर दोनों को सकारात्मक ऊर्जा मिलती है, आत्मविश्वास बढ़ता है, सभी देवताओं की कृपा प्राप्त होती है, ग्रह दोष और विशेषकर सूर्य दोष के प्रभाव कम होते हैंकहा जाता है कि सुबह का उगता सूर्य दिव्य शक्तियों का प्रतीक है, और उसे अर्घ्य देने से घर में सौभाग्य बढ़ता है.
ज्योतिषीय कारण: सूर्य ग्रह मजबूत होता है
ज्योतिष के अनुसार सूर्य ग्रह पिता, आत्मबल, नेतृत्व क्षमता और करियर को नियंत्रित करता है. ज्योतिष विशेषज्ञों का मानना है कि रोज सूर्य को अर्घ्य देने से कुंडली में सूर्य मजबूत होता है, प्रमोशन और करियर ग्रोथ के योग बनते हैं. हीनभावना, डर और लो कॉन्फिडेंस दूर होते हैं, सरकारी नौकरी की संभावनाएं बढ़ती हैं ज्योतिषाचार्यों के अनुसार सूर्य को पानी चढ़ाना सूर्य दोष का सबसे आसान और प्रभावी उपाय है.
कैसे चढ़ाएं सूर्य को जल?
कॉपर लोटे में साफ पानी लें, उसमें हल्दी या लाल फूल मिला सकते हैं, सूर्य की ओर मुंह करके दोनों हाथों से धार बनाएं
ओम सूर्याय नमः मंत्र का जाप करें, सकारात्मक भाव के साथ प्रार्थना करें.
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