नवरात्रि का पर्व केवल देवी दुर्गा की आराधना का अवसर नहीं है, बल्कि यह घर में सुख-शांति और सकारात्मक ऊर्जा लाने का भी खास समय माना जाता है. इस अवसर पर हवन करना एक प्राचीन परंपरा है, जिसे धार्मिक ग्रंथों और आयुर्वेदिक सिद्धांतों में विशेष महत्व दिया गया है.
नवरात्रि में हवन का महत्व
सकारात्मक ऊर्जा का संचार- हवन के दौरान अग्नि में सामग्रियों का समर्पण करने से वातावरण में पॉजिटिव एनर्जी फैलती है, इससे घर के सभी सदस्य मानसिक और शारीरिक रूप से ताजगी महसूस करते हैं.
सुख-शांति और सौभाग्य में वृद्धि- हवन के मंत्र और अग्नि के माध्यम से देवी शक्ति का आशीर्वाद प्राप्त होता है, यह घर में सुख-शांति, सौभाग्य और समृद्धि लाने में मदद करता है.
रोग और बुराई से सुरक्षा- हवन में उपयोग होने वाली औषधीय जड़ी-बूटियां और घी का धुआँ नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है, इसे करने से मानसिक तनाव कम होता है और घर में सकारात्मक वातावरण बनता है.
हवन करने की सही विधि
- सामग्री तैयार करें: हवन कुंड, घी, लकड़ी के छोटे टुकड़े, जौ, सुपारी, बेसन, और अन्य पूजन सामग्री.
- पूजन और मंत्रों का उच्चारण: मां दुर्गा और देवताओं के मंत्र का उच्चारण करते हुए अग्नि में सामग्री अर्पित करें.
- ध्यान और एकाग्रता: हवन करते समय मानसिक रूप से सकारात्मक विचारों को ध्यान में रखें.
- समापन: हवन के बाद सभी को प्रसाद और हवन जल वितरित करें.
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