कर्ज का बोझ जीवन में सबसे बड़ा तनाव बन जाता है, कई बार मेहनत करने के बाद भी पैसे की तंगी बनी रहती है और कर्ज उतरने का नाम नहीं लेता. ऐसे में धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान गणेश का एक विशेष मंत्र बेहद चमत्कारी माना जाता है, जिसे बुधवार के दिन जप करने से कर्ज मुक्ति की राह आसान होती है. हिंदू धर्म में गणेश जी को विघ्नहर्ता और सिद्धिप्रदाता कहा गया है. मान्यता है कि यदि किसी व्यक्ति के जीवन में आर्थिक संकट, रुकावटें या कर्ज की समस्या बनी रहती है, तो गणपति की उपासना से इन बाधाओं का अंत होता है. विशेष रूप से “ऋणमोचक गणेश मंत्र” को धन संबंधी परेशानियों को दूर करने वाला माना गया है.
ये हैं चमत्कारी मंत्र
“ॐ गणेशाय नमः” या “ॐ गं गणपतये नमः ऋणं छिंदि वरेण्यं हुं नमः फट्॥” धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस मंत्र का नियमित जप करने से आर्थिक स्थिति सुधरती है और कर्ज धीरे-धीरे समाप्त होने लगता है.
बुधवार को क्यों माना जाता है खास?
बुधवार गणेश जी का प्रिय दिन माना जाता है, इस दिन मंत्र जप और पूजा करने से कई गुना अधिक फल मिलता है. मान्यता है कि बुधवार को गणपति की विशेष कृपा प्राप्त होती है और यदि इस दिन श्रद्धा से मंत्र जपा जाए तो बाधाएं शीघ्र दूर होती हैं.
कैसे करें मंत्र जप?
सुबह स्नान कर के साफ कपड़े पहनें, गणेश जी की मूर्ति या फोटो के सामने दीपक व धूप जलाएं, थोड़ी देर ध्यान कर मन शांत करें, मंत्र का कम से कम 108 बार जप करें, जप के बाद भगवान गणेश को दूर्वा (दूब) और लड्डू अर्पित करें, नियमित रूप से बुधवार को यह विधि करने से व्यक्ति के जीवन में आर्थिक स्थिरता आने लगती है.

कर्जमुक्ति का मार्ग खुद खुलने लगेगा
जिन लोगों ने यह उपाय किया है, उनका मानना है कि कुछ ही दिनों में कामों में रुकावट कम होती है, मनोबल बढ़ता है और आय के नए स्रोत खुलने लगते हैं, इससे कर्ज चुकाने की शक्ति और अवसर दोनों बढ़ जाते हैं.
आस्था और विश्वास से मिलता है फल
ध्यान रहे कि मंत्र जप तभी फल देता है जब मन में सकारात्मकता और पूर्ण आस्था हो. साथ ही, अपनी मेहनत और सही आर्थिक योजना बनाना भी जरूरी है. आध्यात्मिक ऊर्जा और विश्वास का संयोग जीवन में चमत्कार कर सकता है, इसीलिए कहा गया है कि गणेश जी का यह मंत्र किस्मत बदलने की शक्ति रखता है और कर्ज को चुटकी में खत्म कर सकता है.
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