धनतेरस और दिवाली का त्योहार न सिर्फ घर को सजाने और मिठाइयों से भरने का समय है, बल्कि इस अवसर पर गणेश और लक्ष्मी की मूर्ति खरीदना भी शुभ माना जाता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सही दिन और समय पर मूर्ति खरीदने से घर में धन, सुख-समृद्धि और खुशहाली आती है.
धनतेरस: मूर्ति खरीदने का शुभ दिन
धनतेरस को धन और समृद्धि की देवी लक्ष्मी के साथ भगवान गणेश की पूजा करने का महत्व है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, धनतेरस के दिन सुबह और पूर्वाह्न का समय मूर्ति खरीदने के लिए सबसे शुभ माना जाता है, इस दिन धातु, सोने-चांदी के बर्तन और मूर्तियों की खरीदारी का विशेष महत्व है.
दिवाली: दूसरा अवसर मूर्ति खरीदने का
दिवाली के दिन विशेषकर लक्ष्मी पूजन के समय मूर्ति खरीदना भी शुभ माना जाता है, हालांकि ज्योतिषाचार्य सलाह देते हैं कि दिवाली की रात को पूजन से पहले मूर्ति खरीदने से धन, सौभाग्य और घर में सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है.
खरीदते समय ध्यान रखने योग्य बातें
मूर्ति साफ-सुथरी और नई होनी चाहिए, सोने, चांदी या पवित्र धातु की मूर्ति को वरीयता दें, खरीदारी से पहले सकारात्मक विचार और शुभ मुहूर्त का ध्यान रखें, मूर्ति घर में पूजन स्थल पर स्थापित करें.
विशेषज्ञ की सलाह
धार्मिक विशेषज्ञों के अनुसार, मूर्ति खरीदने का सही समय शुभ मुहूर्त पर निर्भर करता है, धनतेरस के दिन सुबह 4:30 बजे से लेकर दोपहर 12 बजे तक और दिवाली के दिन शाम 4 बजे से रात 9 बजे तक का समय सबसे फलदायक माना गया है.
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