गंगा जल को हिंदू धर्म में सबसे पवित्र माना गया है, माना जाता है कि इसकी हर बूंद में ऐसी सकारात्मक शक्ति होती है जो घर, मन और जीवन की नकारात्मकता को दूर कर देती है. वैज्ञानिक दृष्टि से भी गंगा जल में अनोखी एंटीबैक्टीरियल और शुद्धिकारी क्षमता पाई जाती है. धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, यदि गंगा जल का उपयोग सही तरीके से किया जाए तो जीवन में सौभाग्य, तरक्की और शांति बढ़ने लगती है. यहां जानिए गंगा जल के वे 5 उपाय जो आपके जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं.
ये हैं 5 उपाय
सुबह गंगा जल घर के मुख्य द्वार पर छिड़कें — हटती है नकारात्मकता
धार्मिक मान्यता है कि घर में प्रवेश करने वाली ऊर्जा मुख्य द्वार से ही आती है, गंगा जल से रोज सुबह या हफ्ते में तीन बार छिड़काव करने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है, घर में शुद्ध वातावरण बनता है, परिवार में सौहार्द बढ़ता है, यह उपाय तरक्की और खुशी का मार्ग खोलता है.
पूजा घर में गंगा जल मिलाकर दीपक लगाना
दीपक में कुछ बूंदें गंगा जल मिलाने से घर में दिव्य कंपन फैलते हैं, कहा जाता है कि इससे मानसिक शांति बढ़ती है, घर में शुभता आती है, कार्यों में बाधाएं कम होती हैं, यह उपाय खासकर मंगलवार और शुक्रवार को अत्यंत शुभ माना जाता है.
गंगा जल से सुबह स्नान से पहले माथे पर तिलक लगाना
यदि दैनिक स्नान संभव न हो, तो बस एक बूंद गंगा जल माथे पर लगाने से ही मन शांत होता है. स्पिरिचुअल मान्यता है कि यह मन को स्थिर करता है, डर और बेचैनी दूर करता है, आत्मविश्वास बढ़ाता है, विद्यार्थियों और नौकरी करने वालों के लिए बेहद शक्तिशाली उपाय माना गया है.
बिजनेस या ऑफिस में गंगा जल की छोटी शीशी रखना
माना जाता है कि कार्यस्थल पर गंगा जल रखने से वहां की ऊर्जा संतुलित रहती है, इससे निर्णय लेने की क्षमता बढ़ती है, सफलता की संभावनाएं बढ़ती हैं, विवाद या तनाव कम होते हैं, बहुत से लोग इसे सौभाग्य का प्रतीक मानते हैं.
पूर्णिमा या अमावस्या को गंगा जल से घर के कोनों की सफाई
घर के कोने नकारात्मक ऊर्जा सबसे ज्यादा खींचते हैं, इस दिन गंगा जल मिलाकर पोछा लगाने से रुके हुए काम बनने लगते हैं, पैसों की आवक बढ़ती है, घर में बरकत आती है, यह उपाय ऊर्जा को तुरंत बदलता है, ऐसा माना जाता है.
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