दिल्ली दंगों के आरोपी और जेएनयू के पूर्व छात्र शरजील इमाम ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में बहादुरगंज सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने के लिए दिल्ली कोर्ट से 14 दिनों की अंतरिम जमानत मांगी है. इमाम ने अपनी याचिका में 15 अक्टूबर से 29 अक्टूबर तक जमानत की मांग की है. उनका कहना है कि नामांकन प्रक्रिया 13 अक्टूबर से शुरू होकर 20 अक्टूबर तक चलेगी और इस दौरान उनकी उपस्थिति आवश्यक है ताकि वे नामांकन पत्र भर सकें और प्रचार की तैयारी कर सकें.
Bihar Election : सम्राट चौधरी 16 अक्टूबर को तारापुर से करेंगे नामांकन, नीतीश और योगी रहेंगे मौजूद!
शरजील इमाम ने खुद को ‘राजनीतिक कैदी और छात्र कार्यकर्ता’ बताते हुए लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भाग लेने का संवैधानिक अधिकार बताया है. जेल से ही उनका चुनाव प्रचार चल रहा है और उनके समर्थक बहादुरगंज में छोटी-छोटी सभाएं आयोजित कर रहे हैं. इमाम ने कहा कि यदि वे जीतते हैं, तो शिक्षा, कौशल विकास और स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देंगे.
Bihar Election : JDU ने 7 उम्मीदवारों को दिया सिंबल, अनंत सिंह और सम्राट चौधरी करेंगे नामांकन!
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के अनुसार, शरजील इमाम को 25 अगस्त 2020 को गिरफ्तार किया गया था. उन पर यूएपीए के तहत दिल्ली दंगों की ‘बड़ी साजिश’ में शामिल होने और व्हाट्सएप ग्रुप्स के जरिए उग्रवादी व सांप्रदायिक गतिविधियों में सक्रिय होने का आरोप है. पिछले महीने दिल्ली हाईकोर्ट ने उनकी नियमित जमानत याचिका खारिज कर दी थी, जबकि सुप्रीम कोर्ट में अपील लंबित है.
बहादुरगंज सीट मुस्लिम बहुल है, जहाँ 2020 में एआईएमआईएम के मोहम्मद अंजर नईमी ने जीत हासिल की थी, जो बाद में राजद में शामिल हो गए. इमाम के समर्थक पहले से ही क्षेत्र में प्रचार की तैयारियां कर रहे हैं. कोर्ट में सुनवाई के बाद ही उनकी अंतरिम जमानत पर फैसला होगा.