Advertisement

“धर्म की रक्षा करो!” — समर्थक सड़कों पर उतरे, प्रदर्शन जारी

मुरादाबाद: धर्मांतरण विरोधी कानून को लेकर सुप्रीम कोर्ट में दाखिल याचिका के बाद अब देशभर में बहस तेज हो गई है.
इसी कड़ी में मुरादाबाद में हिंदू संगठनों ने शनिवार को जोरदार प्रदर्शन किया, सुप्रीम कोर्ट द्वारा सरकारों से जवाब मांगे जाने के बाद, हिंदू समाज के लोग धर्मांतरण विरोधी कानून के समर्थन में सड़कों पर उतर आए.


जिलाधिकारी कार्यालय पर सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ

विभिन्न हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता कचहरी स्थित जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे और सामूहिक रूप से हनुमान चालीसा का पाठ किया, इसके बाद सभी ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा, जिसमें धर्म परिवर्तन कराने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की गई.

प्रदर्शनकारियों ने हाथों में “धर्म नहीं बिकने देंगे”, “भारत को नहीं मिटने देंगे”, “धर्मांतरण नहीं सहेंगे”, “धर्म रक्षा चाहिए” जैसे नारे लिखी तख्तियां थामी हुई थीं. हिंदू संगठनों ने ऐलान किया कि वे धर्मांतरण के विरोध में लगातार आवाज उठाते रहेंगे.


“धर्म नहीं बिकने देंगे, भारत को नहीं मिटने देंगे” — नारे लगे शहरभर में

प्रदर्शन के दौरान माहौल जोशपूर्ण रहा, कार्यकर्ताओं ने “मेरी दीक्षा, हिंदू रक्षा” और “धर्मांतरण नहीं धर्म रक्षा चाहिए” जैसे नारे लगाकर विरोध जताया, प्रदर्शन में बड़ी संख्या में भारतीय वाल्मीकि धर्म समाज (भावाधस), हिंदू जागरण मंच, विश्व हिंदू परिषद और स्थानीय सामाजिक संगठनों के सदस्य शामिल हुए.


धर्म-स्वातंत्र्य कानून के समर्थन में बुलंद हुई आवाजें

भारतीय वाल्मीकि धर्म समाज (भावाधस) के राष्ट्रीय निदेशक कर्मवीर लल्ला बाबू द्रविड़ ने कहा कि “भारतीय संविधान का अनुच्छेद 25 प्रत्येक नागरिक को धर्म की स्वतंत्रता देता है, लेकिन यह स्वतंत्रता छल, बल या प्रलोभन के आधार पर नहीं दी जा सकती.” उन्होंने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में लागू धार्मिक स्वतंत्रता कानून किसी की आस्था नहीं छीनते, बल्कि यह नागरिकों को अपने धर्म में सुरक्षित रहने का अधिकार प्रदान करते हैं.

लल्ला बाबू द्रविड़ ने सुप्रीम कोर्ट में इन कानूनों को चुनौती देने वालों पर निशाना साधते हुए कहा कि “यह भारत की सांस्कृतिक एकता को तोड़ने की साजिश है, यह कानून न केवल हिंदू समाज बल्कि पूरे भारतीय समाज की रक्षा के लिए आवश्यक हैं.”


संगठन ने समाज से एकजुट होने की अपील की

कार्यक्रम के दौरान वक्ताओं ने कहा कि धार्मिक स्वतंत्रता कानूनों का विरोध करने वाले तत्व समाज में भ्रम फैला रहे हैं. उन्होंने आम जनता से अपील की कि इस सांस्कृतिक एकता के मुद्दे पर समाज एकजुट रहे और धर्मांतरण के खिलाफ चल रही इस जनचेतना को जन-जन तक पहुंचाए.

ये भी पढ़े- यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो की तर्ज पर बुलंदशहर में स्वदेशी मेले की धूम