गोवर्धन में आगामी अहोई अष्टमी स्नान/मेले की तैयारियों को लेकर प्रशासनिक स्तर पर तेजी दिखाई दे रही है. जिलाधिकारी (डीएम) चंद्र प्रकाश सिंह और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) श्लोक कुमार की संयुक्त अध्यक्षता में गोवर्धन तहसील स्थित लोक निर्माण विभाग के निरीक्षण भवन सभागार में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई.
बैठक में मेले की व्यवस्थाओं को अंतिम रूप देने के साथ-साथ सुरक्षा, स्वच्छता और ट्रैफिक नियंत्रण के लिए ठोस रणनीति तैयार की गई.
स्थानीय लोगों और संतों से लिए गए सुझाव
बैठक की शुरुआत में अधिकारियों ने स्थानीय निवासियों, संतों और मेला समिति के सदस्यों से सुझाव लिए, ताकि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए व्यवस्थाएं बेहतर बनाई जा सकें. अधिकारियों ने कहा कि प्रशासन का लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि किसी भी श्रद्धालु को असुविधा का सामना न करना पड़े.
गौरतलब है कि 13 अक्टूबर की मध्यरात्रि से शुरू होने वाला यह मेला, विशेष रूप से राधाकुंड और श्यामकुंड में स्नान के लिए प्रसिद्ध है.
संतान प्राप्ति की कामना से जुटते हैं लाखों श्रद्धालु
अहोई अष्टमी स्नान का धार्मिक महत्व अत्यंत गहरा है. इस पवित्र अवसर पर देशभर से लाखों श्रद्धालु, विशेषकर निःसंतान दंपति, संतान प्राप्ति की कामना के साथ राधाकुंड और श्यामकुंड में डुबकी लगाते हैं. श्रद्धालुओं की इतनी बड़ी संख्या में उपस्थिति के कारण प्रशासन को सुरक्षा और व्यवस्था बनाए रखने की बड़ी चुनौती रहती है.
डीएम चंद्र प्रकाश सिंह ने कहा— “श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है, सभी विभाग समन्वय के साथ काम करें ताकि मेला शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो.”
ट्रैफिक रहेगा ‘वन वे’, भीड़ प्रबंधन पर विशेष ध्यान
एसएसपी श्लोक कुमार ने बताया कि इस वर्ष भी ट्रैफिक प्लान ‘वन वे’ प्रणाली पर आधारित रहेगा. इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि भीड़ का आवागमन नियंत्रित रहे और किसी प्रकार की भगदड़ या जाम की स्थिति उत्पन्न न हो.
उन्होंने कहा कि मेले में पर्याप्त पुलिस बल तैनात रहेगा और Quick Response Teams (QRTs) लगातार सक्रिय रहेंगी.
साथ ही, CCTV निगरानी, ड्रोन कैमरे और पुलिस कंट्रोल रूम की रियल-टाइम मॉनिटरिंग से भी सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जाएगा.
स्वच्छता, स्वास्थ्य और सुरक्षा पर प्रशासन का फोकस
डीएम और एसएसपी ने संबंधित विभागों को निर्देशित किया कि मेले में स्वच्छता, पेयजल, चिकित्सा सुविधाओं और प्रकाश व्यवस्था की पूरी तैयारी सुनिश्चित की जाए. नगर पंचायत और स्वास्थ्य विभाग को स्वास्थ्य शिविर, मोबाइल एंबुलेंस और हेल्प डेस्क लगाने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही, प्रशासन ने स्थानीय नागरिकों और स्वयंसेवी संस्थाओं से मेला प्रबंधन में सहयोग करने की अपील की है.
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