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ट्रेड वार और टैरिफ टेंशन के बीच उम्मीदों का मेला — IHGएफ 2025!

मुरादाबाद के कारोबारी वर्ग के लिए राहत भरी खबर है. टैरिफ संकट और वैश्विक व्यापारिक अस्थिरता के बीच 13 अक्टूबर से आईएचजीएफ ऑटम निर्यात मेला (IHGF Autumn Export Fair) शुरू होने जा रहा है. यह आयोजन ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो मार्ट लिमिटेड में होगा. मेले की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं, और आयोजकों ने दावा किया है कि करीब 120 देशों के खरीदार इसमें हिस्सा लेंगे.


ईपीसीएच अध्यक्ष ने लिया तैयारियों का जायजा

फेयर की तैयारियों का निरीक्षण करने के लिए ईपीसीएच (Export Promotion Council for Handicrafts) के अध्यक्ष नीरज खन्ना और अन्य वरिष्ठ निर्यातक ग्रेटर नोएडा पहुंचे. उन्होंने बताया कि “फेयर की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं और यह आयोजन भारतीय हस्तशिल्प उद्योग के लिए बहुत अहम साबित होगा”

मेले में मुरादाबाद के करीब 1000 कारोबारी भाग ले रहे हैं. यह शहर अपने पीतल और हस्तशिल्प उत्पादों के लिए दुनियाभर में जाना जाता है.


वैश्विक स्तर पर बढ़ी मांग, होटल बुकिंग फुल

जानकारी के मुताबिक, नोएडा और दिल्ली के होटलों में बुकिंग लगभग पूरी हो चुकी है. आयोजन को लेकर उत्साह इतना ज्यादा है कि कई देशों में रोड शो भी किए गए — विशेष रूप से चीन और लंदन में.

अमेरिका के साथ बढ़े टैरिफ विवाद के बीच आयोजकों ने अन्य देशों के ग्राहकों से सीधा संपर्क साधा है, ताकि मेले को सफल बनाया जा सके.


मुरादाबाद के निर्यातकों को मेले से सकारात्मक उम्मीदें

मुरादाबाद के हस्तशिल्प कारोबारियों के लिए यह मेला बेहद अहम माना जा रहा है. स्थानीय निर्यातकों का कहना है कि यह आयोजन आने वाले महीनों में निर्यात व्यापार की दिशा तय करेगा.

ईपीसीएच अध्यक्ष नीरज खन्ना ने कहा — इस फेयर से निर्यातकों की उम्मीदें सकारात्मक हैं, हमें विश्वास है कि मुरादाबाद के कारोबारियों को इस आयोजन से नए बाजार और नए ग्राहक मिलेंगे.”


मेले से जुड़े प्रमुख तथ्य

  • आयोजन स्थल: इंडिया एक्सपो मार्ट लिमिटेड, ग्रेटर नोएडा
  • आयोजन तिथि: 13 अक्टूबर से प्रारंभ
  • सहभागी देश: लगभग 120 देश
  • मुरादाबाद से प्रतिभागी: लगभग 1000 कारोबारी
  • आयोजक संस्था: EPCCH (Export Promotion Council for Handicrafts)

मुरादाबाद के उद्योग जगत में बढ़ा उत्साह

मेले से पहले ही मुरादाबाद के उद्योगपतियों और व्यापारियों में उत्साह का माहौल है. कारोबारियों का कहना है कि यह आयोजन अंतरराष्ट्रीय व्यापार को नई गति देगा और भारतीय हस्तशिल्प को विश्व स्तर पर और मजबूत पहचान दिलाएगा.

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