पटना में आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के परिवार में चल रहे विवाद पर शुक्रवार को तेजस्वी यादव ने पहली बार खुलकर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने अपनी बहन रोहिणी आचार्य का मजबूती से बचाव करते हुए कहा, “रोहिणी दीदी हमारी बड़ी बहन हैं. उन्होंने हमें पाला-बढ़ाया है. जो कुर्बानी उन्होंने दी है, शायद आज के समय में कोई परिवार के लिए नहीं करता. उन्होंने पिता को अपनी किडनी देकर बलिदान दिया है. ऐसे में कोई बहन पर उंगली उठाएगा तो हम बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेंगे.”
Politics : BJP का तंज: संजय यादव की नई चाल—लालू की बेटी को करो बदनाम?
तेजस्वी ने कहा कि छपरा की जनता चाहती थी कि रोहिणी राजनीति में आएं, इसलिए लालू प्रसाद ने उन्हें टिकट दिया. लेकिन उनकी कभी कोई राजनीतिक लालसा नहीं रही. उन्होंने सम्राट चौधरी पर हमला करते हुए कहा कि उन्होंने बाप-बेटी के रिश्ते को लेकर शर्मनाक टिप्पणी की थी, जो बेहद निंदनीय है. तेजस्वी का यह बयान उस समय आया है जब सोशल मीडिया पर लगातार रोहिणी को लेकर कई दावे और आरोप लगाए जा रहे हैं.
इधर, रोहिणी आचार्य ने किडनी देने की बात को पूरी तरह खारिज किया है. उन्होंने 24 सितंबर को फेसबुक पर पोस्ट कर कहा कि यह अफवाह पूरी तरह झूठी है. उन्होंने चुनौती दी कि अगर कोई यह साबित कर दे कि उन्होंने अपने पिता या किसी और को किडनी दी है, तो वह राजनीति और सार्वजनिक जीवन से खुद को अलग कर लेंगी. साथ ही उन्होंने कहा कि अगर आरोप साबित नहीं होते तो अफवाह फैलाने वाले सार्वजनिक रूप से देश की हर मां-बहन-बेटी से माफी मांगें.
Politics : RJD में बवाल… रोहिणी ने RJD को अनफॉलो किया!
पूरा विवाद तेजस्वी यादव की बिहार अधिकार यात्रा के दौरान शुरू हुआ. एक तस्वीर वायरल हुई, जिसमें तेजस्वी की बस की फ्रंट सीट पर उनके करीबी और राज्यसभा सांसद संजय यादव बैठे नजर आए. इस सीट को लेकर रोहिणी ने सोशल मीडिया पर आपत्ति जताई और पार्टी के नेता आलोक कुमार की पोस्ट को शेयर कर अपनी नाराजगी जताई. बाद में उन्होंने एक पोस्ट कर डैमेज कंट्रोल की कोशिश की और लिखा कि वंचित समाज के लोग आगे बढ़ें, यही पार्टी का मकसद है, लेकिन तब तक मामला चर्चा का विषय बन चुका था.
Politics : तेजप्रताप की चेतावनी: बहन की इज़्ज़त पर कोई हाथ डाले तो सुदर्शन चक्र चलेगा!
तेजप्रताप यादव भी बहन रोहिणी के बचाव में उतरे. उन्होंने कहा, “मैं दीदी की गोद में पला हूं. अगर किसी ने मेरी बहन का अपमान किया तो मैं सुदर्शन चक्र चलाने से भी पीछे नहीं हटूंगा.” तेजप्रताप पहले भी संजय यादव को लेकर नाराजगी जाहिर करते रहे हैं और उन्हें पार्टी का “जयचंद” करार देते रहे हैं.
Politics : तेजप्रताप ने बनाया नया दल—लालू-राबड़ी OUT, गांधी-अंबेडकर IN!
संजय यादव को तेजस्वी का सबसे भरोसेमंद सलाहकार माना जाता है और पार्टी के कई बड़े फैसलों में उनकी भूमिका बताई जाती है. यही वजह है कि इस विवाद ने न केवल पारिवारिक रिश्तों को बल्कि आरजेडी की आंतरिक राजनीति को भी नई दिशा दे दी है.