महराजगंज: नवरात्रि पर्व को शांतिपूर्ण और सुरक्षित माहौल में मनाने के लिए भारत–नेपाल सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया जा रहा है. बुधवार को अपर महानिदेशक (एडीजी) मूथा अशोक जैन ने सोनौली बॉर्डर का दौरा कर सुरक्षा इंतजामों की बारीकी से समीक्षा की.
नेपाल अधिकारियों के साथ बैठक
एडीजी जैन सबसे पहले एसएसबी कैंप कार्यालय पहुंचे, जहां नेपाल के सुरक्षा अधिकारियों के साथ संयुक्त बैठक हुई. दोनों देशों के अधिकारियों ने सहमति जताई कि नवरात्रि के दौरान सीमा पार किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर कड़ी नजर रखी जाएगी और किसी तरह की लापरवाही नहीं बरती जाएगी.
आईसीपी पर जांच व्यवस्था की समीक्षा
इसके बाद एडीजी ने इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट (आईसीपी) का निरीक्षण किया. यहाँ उन्होंने यात्रियों की आवाजाही, जांच व्यवस्था और उपलब्ध सुविधाओं को परखा. अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि नवरात्रि में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए चेकिंग व्यवस्था सख्त रखी जाए, लेकिन आम नागरिकों को बेवजह की परेशानी न हो.
सुरक्षा एजेंसियों की संयुक्त बैठक
सोनौली कोतवाली में सुरक्षा एजेंसियों की संयुक्त बैठक भी आयोजित की गई. इसमें एसएसबी, स्थानीय पुलिस, कस्टम और इमीग्रेशन विभाग के अधिकारी शामिल हुए. बैठक में खासतौर पर तस्करी, अवैध शराब और नशीले पदार्थों की रोकथाम पर विस्तृत रणनीति तैयार की गई.
पेट्रोलिंग और निगरानी के निर्देश
एडीजी जैन ने सुरक्षा बलों को निर्देश दिया कि सीमा क्षेत्र में पेट्रोलिंग तेज की जाए और सीसीटीवी कैमरों से लगातार निगरानी रखी जाए. उन्होंने कहा कि नवरात्रि में बड़ी संख्या में श्रद्धालु देवी मंदिरों और धार्मिक स्थलों पर पहुँचते हैं, ऐसे में सीमा पर सुरक्षा और सतर्कता बेहद जरूरी है.
आपसी तालमेल पर जोर
एडीजी ने स्थानीय प्रशासन और सभी सुरक्षा एजेंसियों को आपसी तालमेल बनाकर काम करने की अपील की, ताकि नवरात्रि पर्व शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हो सके और श्रद्धालुओं को सुरक्षा का पूरा भरोसा मिल सके.
रिपोर्टर- Ashwani Kumar Dubey.
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