आज के समय में बच्चे मोबाइल, टीवी और वीडियो गेम्स में ज्यादा वक्त बिताने लगे हैं. पहले जहां बच्चे दिनभर पार्क, मैदान और गली-मोहल्लों में खेलते थे. वहीं अब उनका ज़्यादातर समय घर के अंदर गुजरता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि बाहर खेलने वाले बच्चे न सिर्फ शारीरिक रूप से ज्यादा हेल्दी होते हैं, बल्कि मानसिक रूप से भी ज्यादा खुश रहते हैं. आइए जानते हैं इसके पीछे की वजह—
इम्युनिटी बनती है मजबूत
बाहर खेलने से बच्चों का शरीर नेचुरल माहौल के संपर्क में आता है. धूप से विटामिन D मिलता है, जो हड्डियों को मजबूत करने और इम्युनिटी बढ़ाने में अहम भूमिका निभाता है. ताजी हवा और मिट्टी के संपर्क से शरीर छोटी-मोटी एलर्जी और इंफेक्शन से लड़ने में सक्षम होता है.
दिमागी विकास होता है तेज
बाहर खेलने वाले बच्चों का दिमाग ज्यादा एक्टिव रहता है. खेलकूद से उनका फोकस, क्रिएटिविटी और प्रॉब्लम सॉल्विंग स्किल्स बढ़ती हैं, रिसर्च में भी साबित हुआ है कि बाहर खेलने वाले बच्चों का माइंड सेट पॉजिटिव होता है और वे पढ़ाई में भी बेहतर प्रदर्शन करते हैं.
शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार
खेलने-कूदने से बच्चों की मसल्स और हड्डियां मजबूत होती हैं। दौड़ने, कूदने और एक्सरसाइज जैसे मूवमेंट्स से उनका शरीर फिट रहता है और मोटापे की समस्या कम होती है. यही नहीं, खेलकूद से बच्चों का ब्लड सर्कुलेशन और हार्ट हेल्थ भी बेहतर होती है.
तनाव और चिड़चिड़ापन कम होता है
घर के अंदर मोबाइल और टीवी देखने से बच्चे जल्दी चिड़चिड़े हो जाते हैं। वहीं बाहर खेलना उनके मूड को बेहतर बनाता है. धूप और ताजी हवा दिमाग में हैप्पी हार्मोन (Serotonin) को बढ़ाती है, जिससे बच्चे खुश रहते हैं और तनाव दूर होता है.
ये भी पढ़ें: बीड़ी पीने वालों के लिए बुरी खबर! ये है सिगरेट से भी ज्यादा खतरनाक वजह