भारतीय परंपराओं और वास्तु शास्त्र में पक्षियों को हमेशा शुभ माना गया है. कई धार्मिक ग्रंथों और मान्यताओं में बताया गया है कि घर में कुछ विशेष पक्षियों को रखना न सिर्फ सकारात्मक ऊर्जा लाता है, बल्कि घर की तरक्की और खुशहाली में भी मदद करता है. इन्हीं में से एक है तोता.
धार्मिक मान्यताएं और तोते का महत्व
हिंदू धर्म में तोते को माँ लक्ष्मी और कामदेव का वाहन माना गया है. शास्त्रों में वर्णन मिलता है कि जहाँ तोता होता है, वहाँ समृद्धि और प्रेम का वास होता है. तोते की मधुर बोली घर के वातावरण को खुशगवार बनाती है और नकारात्मक ऊर्जा को दूर करती है.
वास्तु शास्त्र और तोता
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में तोता रखने से धन आगमन के मार्ग खुलते हैं. तोते को घर के उत्तर-पूर्व दिशा में रखना शुभ माना जाता है. माना जाता है कि तोते की उपस्थिति से परिवार के सदस्यों के बीच प्यार और तालमेल बढ़ता है.
पौराणिक संदर्भ
प्राचीन कथाओं में तोते को ज्ञान, बुद्धि और शुभ समाचार का प्रतीक माना गया है. महर्षि वाल्मीकि द्वारा लिखी गई रामायण में भी तोते का महत्व मिलता है.
सावधानिया
धार्मिक मान्यताओं में यह भी कहा गया है कि तोते को पिंजरे में बंद करके कष्ट देना अशुभ होता है. यदि तोते को रखा जाए तो उसकी पूरी देखभाल, स्वतंत्रता और भोजन का ध्यान रखना जरूरी है. तोते की सही देखभाल करने से ही उसका सकारात्मक असर घर पर पड़ता है.
ये भी पढ़ें: दीवार पर लगी बंद घड़ी क्यों मानी जाती है दुर्भाग्य का संकेत? जानें असली वजह