मोकामा: बिहार की सियासत में रविवार को बड़ा विवाद खड़ा हो गया जब नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मोकामा विधानसभा के मेकरा गांव में आयोजित बिहार अधिकार यात्रा की सभा में बाहुबली विधायक अनंत सिंह और उनकी पत्नी नीलम देवी पर जमकर हमला बोला.
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तेजस्वी यादव ने सभा में कहा – “पिछली बार जिसको हमने जिताया था, वह गद्दार निकला.” उनका इशारा साफ तौर पर अनंत सिंह और नीलम देवी की ओर था. नीलम देवी 2020 में राजद के टिकट पर जीतकर विधायक बनी थीं, लेकिन बाद में नीतीश कुमार का समर्थन कर महागठबंधन से अलग हो गई थीं. तेजस्वी ने स्पष्ट कहा कि अगर उनकी सरकार बनती है तो अपराधियों के लिए कोई भी जगह बाहर नहीं होगी, “हम चुन-चुनकर अपराधियों को सलाखों के पीछे डाल देंगे.”
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सभा के दौरान भीड़ इतनी अधिक थी कि तेजस्वी ने अपने रथ से ही संबोधन शुरू किया. इससे पहले बाढ़ और मोकामा के बीच उन्होंने रथ छोड़कर घोड़े पर सवार होकर लोगों का अभिवादन स्वीकार किया. जनता ने तेजस्वी के इस हमले और दृढ़ बयान पर जोरदार तालियों से समर्थन दिखाया.
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राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि तेजस्वी का यह बयान सीधे-सीधे अनंत सिंह खेमे को चुनौती देने वाला है. उनका यह हमला न केवल राजद कार्यकर्ताओं में जोश भरने वाला रहा बल्कि जदयू और अनंत सिंह समर्थकों के लिए साफ संदेश भी है. आगामी चुनावी माहौल में इस बयान से सियासी हलचल और तेज होने की संभावना है.
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अब देखना होगा कि अनंत सिंह और नीलम देवी इस बयान का जवाब किस अंदाज में देते हैं और क्या इस विवाद का असर आगामी विधानसभा चुनाव पर पड़ेगा.