हिंदू धर्म में तुलसी माला को बेहद पवित्र माना गया है. यह सिर्फ एक आभूषण नहीं, बल्कि आस्था और भक्ति का प्रतीक है. माना जाता है कि तुलसी माला पहनने से भगवान विष्णु और श्रीकृष्ण की विशेष कृपा प्राप्त होती है. हालांकि इसके साथ कई धार्मिक नियम भी जुड़े हैं. अगर कोई व्यक्ति इन नियमों का पालन नहीं करता और माला पहनकर भूल से भी कुछ काम कर बैठता है, तो उसे अशुभ फल भुगतना पड़ सकता है.
तुलसी माला पहनने के फायदे
नकारात्मक ऊर्जा से बचाव होता है, मन और दिमाग शांत रहता है, ध्यान और भक्ति में एकाग्रता आती है, तुलसी के गुण शरीर को भी स्वस्थ बनाए रखते हैं.
तुलसी माला पहनकर भूलकर भी न करें ये काम
1. मांसाहार और शराब का सेवन – तुलसी माला पहनकर मांस-मदिरा का सेवन करना पाप माना गया है.
2. अशुद्ध जगह पर जाना – श्मशान या अपवित्र स्थानों पर तुलसी माला पहनकर नहीं जाना चाहिए.
3. झूठ बोलना और अपशब्द कहना – माला पहनकर किसी को धोखा देना या गाली-गलौज करना गंभीर दोष माना गया है. 4. अंतिम संस्कार में शामिल होना – माला पहनकर अंतिम संस्कार या किसी मृतक को कंधा देना वर्जित है.
तुलसी माला पहनने के सही नियम
इसे हमेशा साफ-सुथरी अवस्था में पहनें, सुबह स्नान के बाद माला धारण करना सबसे शुभ माना जाता है, तुलसी माला पहनकर भगवान का स्मरण और मंत्रजप करने से पुण्य मिलता है, अगर किसी कारणवश माला उतारनी हो तो उसे हमेशा पवित्र स्थान पर रखें.
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