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क्यों बार-बार हांफते हैं आप? सही वक्त पर ये टेस्ट करा कर बच सकती है जान

क्यों बार-बार हांफते हैं आप

अक्सर लोग थोड़ी दूरी चलने या सीढ़ियां चढ़ने के बाद ही हांफने लगते हैं. कई बार हम इसे साधारण थकान या उम्र बढ़ने की वजह मानकर नजरअंदाज कर देते हैं. लेकिन डॉक्टर का कहना है कि सांस फूलना (Breathlessness) सिर्फ कमजोरी या थकावट का नतीजा नहीं होता, बल्कि यह गंभीर बीमारियों का शुरुआती संकेत भी हो सकता है। समय रहते सही जांच कराने से न सिर्फ कारण का पता चल सकता है, बल्कि कई गंभीर बीमारियों से बचाव भी संभव है.

सांस फूलने के संभावित कारण
. दिल से जुड़ी समस्या: हार्ट ब्लॉकेज, हार्ट फेल्योर या कमजोर हृदय मांसपेशियां
. फेफड़ों की बीमारी: अस्थमा, सीओपीडी (COPD), पल्मोनरी फाइब्रोसिस
. ब्लड की कमी: एनीमिया होने पर शरीर को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाती
. थायरॉयड या मोटापा: ज्यादा वजन या हार्मोनल असंतुलन भी सांस लेने में कठिनाई बढ़ा सकता है
. अनफिट लाइफस्टाइल: व्यायाम की कमी और ज्यादा तनाव भी इसका कारण बनते हैं

कौन-कौन से टेस्ट जरूरी हैं?
. ईसीजी (ECG): दिल की धड़कन और ब्लॉकेज की जांच के लिए
. ईकोकार्डियोग्राफी: हृदय की पंपिंग पावर और कार्यक्षमता जानने के लिए
. स्पाइरोमेट्री टेस्ट: फेफड़ों की ताकत और सांस लेने की क्षमता मापने के लिए
. ब्लड टेस्ट: हीमोग्लोबिन, शुगर और थायरॉयड लेवल की जांच के लिए
. चेस्ट एक्स-रे या सीटी स्कैन: फेफड़ों की गहराई से जांच के लिए

कब लें डॉक्टर की सलाह?
थोड़ी दूरी चलने पर भी सांस फूल जाए, सीढ़ियां चढ़ते ही धड़कन तेज हो जाए, लगातार थकान और कमजोरी महसूस हो, सीने में जकड़न या दर्द हो.

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