बक्सर जिले में रामभद्राचार्य महाराज के खिलाफ मानहानि का मामला दर्ज कराया गया है. नगर थाना क्षेत्र के सोहनी पट्टी निवासी विकास कुमार चौबे ने यह मुकदमा दायर किया है. उनका आरोप है कि चित्रकूट निवासी 75 वर्षीय रामभद्राचार्य ने हाल ही में एक न्यूज चैनल और सोशल मीडिया पर दिए बयान से उनकी धार्मिक भावनाओं को आहत किया है.
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जानकारी के अनुसार, 10 सितंबर 2025 को एक इलेक्ट्रॉनिक चैनल पर प्रसारित कार्यक्रम में रामभद्राचार्य ने उपाध्याय, त्रिगणाई, पाठक और दीक्षित समाज के पूर्वजों को लेकर विवादित टिप्पणी की. उन्होंने कहा था कि शास्त्रों में इन समाजों के पूर्वजों को नीच और अधम बताया गया है. इस पर आपत्ति जताते हुए विकास चौबे ने अदालत का दरवाजा खटखटाया.
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विकास चौबे का कहना है कि धार्मिक ग्रंथों में इस तरह की कोई बात लिखी ही नहीं है. उनके अनुसार, इस बयान से न केवल उनकी भावनाओं को ठेस पहुंची है, बल्कि पूरे समाज का अपमान भी हुआ है. चौबे, जो बक्सर में गौ पालन का व्यवसाय करते हैं, ने कहा कि रामभद्राचार्य को सार्वजनिक रूप से इस बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए.
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उन्होंने यह भी कहा कि रामभद्राचार्य के वीडियो देखने के बाद उन्हें लगता है कि उन्हें शास्त्रों का पूरा ज्ञान नहीं है. इस बयान को पूरी तरह भ्रामक और समाज को बांटने वाला बताया गया.
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इस मामले में आईपीसी की धारा 352, 353(2) और 356(2) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. पीड़ित ने अदालत से आरोपित के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है. अब देखना होगा कि कोर्ट इस मामले में क्या रुख अपनाती है और क्या रामभद्राचार्य माफी मांगते हैं या नहीं.