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क्या आपको भी उठते ही छींक आना शुरू हो जाता है? जानें इसके पीछे छिपा कारण

क्या आपको भी उठते ही छींक आना शुरू हो जाता है

सुबह-सुबह उठते ही लगातार छींक आना कई लोगों के लिए आम समस्या है. अक्सर लोग इसे मौसम या ठंड लगने से जोड़कर नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन असल में यह कई बार एलर्जी या हेल्थ कंडीशन का संकेत भी हो सकता है.

क्यों आती हैं सुबह उठते ही छींकें?
सुबह उठते ही छींक आना बहुत आम समस्या है, लेकिन इसके पीछे कई वजहें हो सकती हैं, आइए जानते हैं कि सुबह उठते ही छींकें क्यों आती हैं.
1. डस्ट माइट्स (Dust Mites) – तकिए, गद्दे और चादरों में धूल के छोटे-छोटे कण जमा हो जाते हैं, ये नाक को इरिटेट करते हैं और छींक आने लगती है.
2. पोलिन एलर्जी (Pollen Allergy) – सुबह के वक्त वातावरण में पराग कण (Pollens) ज्यादा होते हैं, जो एलर्जी ट्रिगर कर सकते हैं.
3. सर्दी या साइनस की समस्या – सुबह के वक्त ठंडी हवा और ब्लॉकेज के कारण छींकें ज्यादा आती हैं.
4. हाउसहोल्ड एलर्जन्स – परफ्यूम, रूम फ्रेशनर या पालतू जानवरों के बाल भी छींक की वजह बन सकते हैं.

कब हो सकता है ये खतरे का संकेत?
छींके आना सामान्य है, लेकिन कुछ हालात में ये खतरे का संकेत भी हो सकता है, चलिए जानते हैं कि क्या-क्या खतरे का संकेत है.
1. लगातार और बहुत ज्यादा छींक आना- अगर रोज़ सुबह कई बार छींक आती है और यह लंबे समय तक बनी रहती है.
2. सांस लेने में दिक्कत- छींक के साथ सांस फूलना, सीटी जैसी आवाज आना (asthma का संकेत हो सकता है).
3. लगातार नाक बहना या बंद रहना- हफ्तों तक नाक बहना या बंद रहना एलर्जिक राइनाइटिस या साइनस का लक्षण हो सकता है.
4. आंखों में पानी और खुजली- छींक के साथ आंखें लाल होना, खुजली या पानी आना एलर्जी का संकेत हो सकता है.
5. बुखार या बदन दर्द के साथ छींक- अगर छींक के साथ बुखार, गले में खराश और शरीर दर्द है तो ये फ्लू या इंफेक्शन हो सकता है.

घरेलू उपाय क्या है
तकिए और बेडशीट को हर 2-3 दिन में धोएं, बेडरूम को रोज साफ और डस्ट-फ्री रखें, सुबह-सुबह नाक को गुनगुने पानी से धोना फायदेमंद है, अदरक और शहद का सेवन इम्यूनिटी को मजबूत करता है, जरूरत पड़ने पर डॉक्टर से एंटी-एलर्जिक दवा लें.