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क्या घर में पालतू जानवर रखना बच्चों और बुजुर्गों के लिए खतरनाक है? जानें सच

घर में पालतू जानवर रखना खतरनाक है

आजकल ज्यादातर लोग अपने घर में कुत्ते, बिल्ली, खरगोश या अन्य पालतू जानवर रखते हैं. ये न सिर्फ हमारे साथी बनते हैं बल्कि तनाव कम करने और अकेलेपन दूर करने में भी मदद करते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि पालतू जानवरों के कारण कई बार बच्चों और बुजुर्गों की सेहत पर खतरा भी मंडरा सकता है? आइए जानते हैं कौन-कौन सी बीमारियां फैल सकती हैं.

पालतू जानवर से कौन-कौन सी बीमारियां फैल सकती हैं?
1. टॉक्सोप्लाज्मोसिस (Toxoplasmosis): बिल्लियों के मल से फैलने वाला यह संक्रमण गर्भवती महिलाओं और कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों के लिए खतरनाक है.
2. रेबीज (Rabies): कुत्ते या बिल्ली के काटने या खरोंचने पर रेबीज का खतरा बढ़ सकता है.
3. फंगल इंफेक्शन (Ringworm): जानवरों की त्वचा से इंसानों में रिंगवर्म जैसी फंगल समस्या हो सकती है.
4. सैल्मोनेला और ई-कोलाई (Food Poisoning): जानवरों के मल या लार के संपर्क से पेट की गंभीर समस्या हो सकती है.
5. एलर्जी और अस्थमा: बच्चों और बुजुर्गों को पालतू जानवरों के बालों और डस्ट से एलर्जी हो सकती है.

बच्चों और बुजुर्गों के लिए खतरा क्यों ज्यादा होता है?
1. बच्चों की इम्यूनिटी कमजोर होती है, इसलिए उन्हें संक्रमण जल्दी पकड़ लेता है.
2. बुजुर्गों में बीमारियों से लड़ने की क्षमता कम होती है, जिससे इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है.
3. बार-बार जानवरों को छूना और हाथ न धोना भी बीमारी फैलने का कारण बन सकता है.

पालतू जानवर रखने पर किन-किन सावधानियों का ध्यान रखें?
पालतू जानवरों को नियमित रूप से टीके और वैक्सीन लगवाएं, उनका साफ-सफाई और ग्रूमिंग जरूरी है, बच्चों को पालतू जानवर छूने के बाद हाथ धोने की आदत डालें, घर में बीमार या कमजोर इम्यूनिटी वाले सदस्य हैं तो उन्हें पालतू जानवरों से सीधा संपर्क कम करना चाहिए, पालतू जानवरों का खाना और पानी इंसानों से अलग रखें.