बेगूसराय के सूजा पंचायत में नवनिर्मित सामुदायिक भवन का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां स्वर्गीय हीराबेन और स्थानीय प्रतिरूप कामा माता के नाम से किया गया. इस अवसर पर पूर्व राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा ने पूजा-अर्चना की और जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि आज की राजनीति में किसी की गलती पर मां और बहनों को गाली देना चिंता का विषय है. और यही वही बात है, जिस पर भाजपा के कुछ नेता अक्सर ध्यान नहीं देते – उनकी चिंता ट्वीट और भाषणों तक ही सीमित रह जाती है.
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सिन्हा ने कहा कि यह भवन न केवल पूजा स्थल है, बल्कि समाज में सहयोग, संवेदनशीलता और सामाजिक कल्याण का प्रतीक भी है. आने वाले 15 दिनों में मोहल्ले में 25 सोलर लाइट लगाने की योजना भी घोषित की गई. वहीं, भाजपा के नेताओं के भाषणों और पब्लिसिटी के बीच यह भवन यह याद दिलाता है कि वास्तविक काम करने और सम्मान दिखाने में अंतर होता है.
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कार्यक्रम में भाजपा नेता आशुतोष पोद्दार हीरा ने समाज के आदर्शों की बातें कीं, जबकि डॉक्टर संजय कुमार ने बताया कि भवन का निर्माण सरकार के सहयोग के बिना समाज के विभिन्न तबके ने मिलकर किया. लेकिन व्यंग्य यह है कि कई नेता भाषणों में आदर्श गढ़ते हैं, असल जिंदगी में उनका आदर्श कभी-कभी सोफे पर बैठकर ट्वीट करने तक सीमित रह जाता है.
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इस अवसर पर जिला मुखिया संघ के अध्यक्ष, ओबीसी मोर्चा के प्रदेश महामंत्री, एनसीसी ऑफिसर और स्थानीय लोग उपस्थित रहे. मंच संचालन मंटून मिश्रा ने किया और धन्यवाद ज्ञापन अजय शाह ने दिया.
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संक्षेप में, यह सामुदायिक भवन न केवल पूजा और परंपरा का प्रतीक है, बल्कि भाजपा के नेताओं को याद दिलाने वाला व्यंग्यपूर्ण संदेश भी है कि असली सम्मान, संवेदनशीलता और सहयोग केवल भाषणों और ट्वीट्स में नहीं दिखाया जा सकता, बल्कि इसे अमल में भी लाना पड़ता है.
रिपोर्ट: सुमीत कुमार सिंह, बेगुसराय.