वैशाली: बिहार सरकार महिलाओं को स्वरोजगार के लिए 10-10 हजार रुपये का लोन उपलब्ध करा रही है. लेकिन इसी योजना का फायदा उठाकर हाजीपुर में सैकड़ों महिलाओं के साथ बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है. सदर थाना क्षेत्र के दिग्घी कला स्थित सीएसपी सेंटर से जुड़ी इस ठगी ने गरीब महिलाओं को कर्ज और नोटिस के जाल में फंसा दिया है.
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मामला तब खुला जब बैंक से महिलाओं को बकाया किस्त का नोटिस मिलना शुरू हुआ. इसके बाद आक्रोशित महिलाएं दिग्घी कला पूर्वी स्थित सीएसपी कार्यालय और आरोपी परिवार के घर पहुंचकर जोरदार हंगामा करने लगीं. महिलाओं का आरोप है कि सीएसपी संचालक ने पहले स्वयं सहायता समूह बनवाया, फिर लोन दिलाने का झांसा देकर उनके नाम पर बैंक से कर्ज निकाल लिया. कई महिलाओं को पैसे का आंशिक हिस्सा दिया गया, जबकि कुछ को पता भी नहीं चला और उनके नाम पर पूरा लोन उठा लिया गया.
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पीड़ित महिलाओं ने बताया कि वे जो किस्त जमा करने के लिए संचालक को देती थीं, वह भी बैंक तक नहीं पहुंची. अब बैंक सीधा नोटिस भेज रहा है और उन पर कर्ज का दबाव बनाया जा रहा है. किसी ने बेटी की पढ़ाई के लिए लोन लिया था, तो किसी ने बीमारी या व्यवसाय के लिए, लेकिन संचालक ने रकम डकार ली.
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गांव की महिलाओं का कहना है कि लाखों का गबन कर आरोपी परिवार फरार है. महिलाएं उनके घर का चक्कर काट रही हैं लेकिन न तो पैसा वापस मिल रहा है और न ही किस्त जमा हो रही है. फिलहाल, पीड़ित महिलाओं ने प्रशासन और पुलिस से कार्रवाई की गुहार लगाई है. इस फर्जीवाड़े ने न केवल गरीब महिलाओं को आर्थिक संकट में डाल दिया है बल्कि सरकारी योजना पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं.
रिपोर्ट: रिशव कुमार, वैशाली.