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Gayaji : 25 साल की सेवा के बाद SI की संदिग्ध मौत, परिवार ने कहा: ‘यह हत्या है!

गयाजी के बीएमपी-3 में तैनात सब-इंस्पेक्टर राजेश सिंह का शव संदिग्ध परिस्थितियों में बैरक के कमरे में फंदे से लटका मिला. मृतक राजेश सारण जिले के गंगाजल निवासी थे और उनका परिवार हाजीपुर में रहता है. घटना की जानकारी शनिवार रात को परिवार को दी गई, जिससे हड़कंप मच गया.

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राजेश की बहन संगीता कुमारी ने कहा कि यह आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या है. उनका कहना है कि हत्या के बाद शव को फंदे से लटका दिया गया. उन्होंने बैरक में पड़े रेत और उसके पैरों के निशानों को संदिग्ध बताया. संगीता ने आरोप लगाया कि अधिकारियों ने उनके बच्चों के आने का इंतजार किए बिना पोस्टमॉर्टम के लिए कागजात पर हस्ताक्षर करवा लिए.

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बैरक के कुछ कर्मियों ने बताया कि राजेश और कमांडेंट के बीच पिछली रात छोटी-सी बात पर झगड़ा हुआ था. घटना के दिन राजेश ने शाम को 35 रुपए का भूंजा खरीदा और सभी जवानों को बांटा, जिसमें एक महिला कर्मी भी शामिल थी.

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बीएमपी-3 के SI उमेश कुमार ने कहा कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है, लेकिन उन्होंने हत्या या आत्महत्या पर टिप्पणी करने से इनकार किया.

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राजेश सिंह साल 2000 में बीएमपी में सिपाही के रूप में भर्ती हुए थे. उन्होंने पिछले 25 वर्षों में कुछ महीने विभिन्न जिलों में तैनात रहे और फिर बीएमपी-3 बोधगया लौट आए. वे बैरक नंबर 300 में रहते थे.

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घटना में कई संदिग्ध बिंदु हैं, जैसे शव के नीचे रेत और उसके पैरों के निशान, FSL टीम को न बुलाना, और पोस्टमॉर्टम के लिए परिवार से जबरन हस्ताक्षर कराना. परिवार का आरोप है कि हत्या के बाद यह शव फंदे से लटकाया गया. पुलिस मामले की तहकीकात कर रही है.