जमुई: झाझा प्रखंड के करहारा पंचायत में कैलाश पासवान नामक व्यक्ति ने फर्जी पहचान के आधार पर पीडीएस डीलरशिप हासिल कर ली और दो अलग-अलग पहचान के साथ दो जगहों की मतदाता सूची में अपना नाम दर्ज करवा लिया.
Nalanda : राहुल गांधी: नेता या अराजकता का प्रतीक?
जानकारी के अनुसार, कैलाश ने 2016 में जमुई नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड 11 हरनाहा मोहल्ला में खुद को संतोषी पासवान का पुत्र बता कर डीलरशिप की अनुज्ञप्ति प्राप्त की. जबकि उसकी वास्तविक पहचान झाझा प्रखंड के करहारा गांव की है, जहाँ वह श्रवण पासवान का पुत्र है. दोनों जगहों पर मतदाता सूची में पिता का नाम अलग दर्ज है.
Rohtas : जब प्यार हो हाईवोल्टेज… और टावर बने लव सेंटर!
पूर्व वार्ड पार्षद विपिन साव ने आरटीआई के माध्यम से इस फर्जीवाड़े का खुलासा किया. जांच में पाया गया कि कैलाश ने फर्जी आवासीय, जाति और आय प्रमाण पत्र बनवाकर डीलरशिप हासिल की. जमुई सदर की सीओ ललिता कुमारी ने प्रमाण-पत्र रद्द किए, लेकिन डीलर अनुज्ञप्ति अब भी कायम है.
Kaimur : घर का चिराग बुझा: मां की आंखों में दुखों का सैलाब!
पूर्व पार्षद विपिन साव ने यह भी आरोप लगाया कि पॉस मशीन पर कैलाश का अंगूठा नहीं बल्कि पूर्व डीलर मुकेश पासवान का इस्तेमाल होता रहा. लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी ने 5 दिसंबर 2024 को प्रमाण-पत्र रद्द करने का आदेश दिया, लेकिन इसे लागू होने में 79 दिन लग गए.
Munger : गंगा ने फिर दिखाई अपनी रौद्रता! मुंगेर में घरों पर मंडरा रहा खतरा!
एसडीएम सौरभ कुमार ने कहा कि 2016 से पहले पीडीएस डीलर के लिए आवासीय प्रमाण आवश्यक नहीं था. प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है और आगे की कार्रवाई जल्द की जाएगी.
रिपोर्ट: विवेक कुमार, जमुई.