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Kaimur : तीन बार मंत्री, लेकिन पानी की समस्या जस की तस!

कैमूर: चैनपुर विधानसभा क्षेत्र के किसानों ने बिहार सरकार पर जमकर हमला किया. चार पंचायतों – बढ़ौना, भरारी, रामगढ़ और सौखरा – के सैकड़ों किसान आज बखरी देवी प्रांगण में धरने पर बैठ गए. उनका साफ संदेश था: “पानी नहीं तो वोट नहीं.”

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किसानों ने आरोप लगाया कि इस क्षेत्र से तीन बार मंत्री रहे महाबली सिंह, बृज किशोर बिन्द और वर्तमान मंत्री जमा खान अब तक पानी की समस्या का समाधान करने में पूरी तरह नाकाम रहे हैं. उन्होंने कहा कि सरकार और स्थानीय प्रशासन ने दशकों से किसानों की जरूरतों को नजरअंदाज किया है. “तीन मंत्री देने के बाद भी हमारे खेत सूख रहे हैं, और सरकार सिर्फ चुनावी दावे करती रही,” किसानों ने गुस्से में कहा.

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बिनोद तिवारी, केश नाथ मौर्या, कृष्णा नन्द पांडेय और गंगाधर साधु ने स्पष्ट किया कि यह क्षेत्र अब पानी की कमी के कारण परेशानियों का सामना कर रहा है और यदि सरकार ने तुरंत कदम नहीं उठाए तो किसानों का वोट पूरी तरह निष्प्रभावी हो जाएगा.

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किसानों ने धरने के दौरान नारे लगाए और चेतावनी दी कि चुनाव से पहले उनकी मांग पूरी नहीं की गई तो वे किसी भी उम्मीदवार को समर्थन नहीं देंगे. उनका कहना है कि सरकार ने दशकों तक किसानों की समस्या को अनदेखा किया, और अब चुनावी राजनीति में उनका गुस्सा स्पष्ट हो गया है.

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स्थानीय लोगों का कहना है कि बिहार सरकार को चाहिए कि वह अब सिर्फ दावे और घोषणाओं में न उलझे, बल्कि खेतों तक पानी की आपूर्ति सुनिश्चित कर किसानों की जिंदगी आसान करे. चैनपुर के किसानों का यह प्रदर्शन सरकार की नाकामी और असंवेदनशीलता को उजागर करता है.

रिपोर्ट: अजीत गुप्ता, कैमूर.