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आगरा: दवाओं का खेल देखिए, गिरफ्तार

आगरा. उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में औषधि विभाग और एसटीएफ टीम की संयुक्त कार्रवाई में कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत थोक दवा दुकानों पर छापेमारी कर ढाई करोड़ रुपये की अवैध दवाएं बरामद की गई हैं. टीम ने दवाओं के नमूने लेकर जांच के लिए भेज दिए हैं, ताकि उनकी गुणवत्ता की पुष्टि हो सके. साइबर फर्जीवाड़ा के लिए कौन हैं “जिम्मेदार”?

आगरा कोतवाली क्षेत्र का फव्वारा मार्केट दवाओं के फुटकर, थोक व्यापार का बड़ा केंद्र है. इस दवा बाजार से ही आसपास के कई जनपदों में दवाएं सप्लाई की जाती हैं. कुछ दवा विक्रेताओं द्वारा नकली दवाओं की बिक्री आदि की शिकायत मिलने के बाद एसटीएफ के एडिशनल एसपी राकेश यादव और औषधि विभाग के सहायक आयुक्त नरेश मोहन दीपक के नेतृत्व में एक टीम ने गोपनीय रूप से आवश्यक साक्ष्य जुटाते हुए हेमा मेडिकल स्टोर और बंसल मेडिकल एजेंसी के साथ उनके गोदामों पर छापेमारी की.

मेडिकल स्टोर्स पर बिना बिल के करीब ढाई करोड़ रुपये की दवाएं बरामद की गई. इसके बारे में हेमा मेडिकल स्टोर के दवा व्यापारी हिमांशु अग्रवाल की ओर से कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया जा सका. मौके पर नोटों से भरा एक बैग भी टीम ने जब्त कर इनकम टैक्स विभाग और पुलिस को सूचना दे दी है. दोनों विभाग के अधिकारियाें ने पहुंची और पूछताछ के बाद दवा विक्रेता हिमांशु अग्रवाल को हिरासत में लेकर थाने ले आई. मुख्तार अंसारी का बेटा उमर हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा जाएगा

थाना कोतवाली में इस संबंध में सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर विधिक कार्यवाही की जा रही है. कब्जे में ली गई दवाइयों की गुणवत्ता की जांच के लिए 14 नमूने लिए गए हैं.

एसटीएफ के एडिशनल एसपी राकेश यादव ने रविवार को बताया कि एक शिकायत के आधार पर संयुक्त रूप से यह कार्रवाई बीती शुक्रवार से की जा रही है. आगरा में दवा व्यापारियों के खिलाफ ये अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है. छापेमारी में जब्त की गई दवाएं जायडस, सनफार्मा और ग्लैनमार्क जैसी नामी कंपनियों हैं, जिनकी गुणवत्ता जांच रिपाेर्ट आने के बाद स्पष्ट हो सकेगी.

रिपोर्ट अंकित गुप्ता कासगंज

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