दिल्ली: उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री, राजस्थान के पूर्व राज्यपाल स्वर्गीय कल्याण सिंह की चौथी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि देते हुए शिवसेना के वरिष्ठ नेता, राष्ट्रीय समन्वयक एनडीए और चुनाव प्रभारी अभिषेक वर्मा ने आज बोला कि स्वर्गीय बाबू जी ने राम मंदिर के लिए अपनी सरकार तक कुर्बान कर दी थी . उन्होंने (कल्याण सिंह) अपने जीवन का एक-एक क्षण समाज व राष्ट्र की सेवा में समर्पित किया था. सेवा, सुशासन और सामाजिक न्याय हेतु सदैव समर्पित रहे . उन्होंने कहा कि बाबूजी का जीवन उनके सिद्धांतों, निडरता एवं लोक सेवा के प्रति अटूट समर्पण का प्रतीक रहा. उनका ‘न कोई पछतावा, न कोई पश्चाताप, न कोई दुःख, न ही कोई शोक’ का मूलमंत्र उनकी गंभीरता तथा आत्मिक सत्यता का प्रतीक रहने के साथ-साथ हम सभी का राष्ट्रोत्थान व सांस्कृतिक पुन:जागरण के प्रति मार्गदर्शन करता रहेगा.’’
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लगभग तीन दशक पहले अयोध्या में बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता कल्याण सिंह एक प्रमुख हिंदू नेता के तौर पर उभरे थे . हालांकि, उस घटना के बाद उन्होंने नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था . कल्याण सिंह का शनिवार शाम लखनऊ के संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआई) में निधन हो गया . वह 89 साल के थे .

हमेशा से ही सुर्खियों में रहे कल्याण सिंह
कल्याण सिंह अपने लंबे राजनीतिक जीवन में अक्सर सुर्खियों में रहे . मस्जिद विध्वंस मामले में अदालत में लंबी सुनवाई चली . इस बीच वह राजस्थान और हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल भी रहे . राजस्थान के राज्यपाल का कार्यकाल पूरा होने के बाद सितंबर 2019 में वह लखनऊ लौटे और फिर से भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गये . इस दौरान उन्होंने केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की विशेष अदालत के समक्ष मुकदमे का सामना किया और अदालत ने सितंबर 2020 में उनके समेत 31 आरोपियों को बरी कर दिया .
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