मुंगेर : मुंगेर जिले में गंगा का पानी लगातार बढ़ रहा है.खतरे के निशान से 54 सेंटीमीटर ऊपर बह रही गंगा ने निचले इलाकों में तबाही मचा दी है.घर-बार उजड़ने के बाद लोग मजबूरी में रेलवे पटरी के किनारे शरण लिए हुए हैं.
Saharsa : सड़क नहीं, नेताजी का ओलंपिक स्विमिंग पूल!
जमालपुर–भागलपुर रेलखंड के बरियारपुर स्टेशन से ऋषिकुंड हाल्ट और बरियारपुर से घोरघट तक पटरियों के किनारे पॉलिथीन सीटों से तंबू लगाकर परिवार रह रहे हैं.इनके साथ मवेशी भी यहीं बंधे हैं.बरियारपुर प्रखंड के परिया गांव के कई बाढ़ पीड़ित बरियारपुर स्टेशन के पास डेरा डाले हैं.
Politics : जनता से डरने लगे नेताजी?
बाढ़ पीड़ितों का कहना है कि पांच दिन से पटरी पर रह रहे हैं.बाजार से सूखा राशन खरीदकर खा रहे हैं.पुराने पॉलिथीन से बने टेंट बारिश में टपकते हैं, जिससे परेशानी बढ़ गई है.किसी जनप्रतिनिधि या अधिकारी ने अब तक हालचाल तक नहीं लिया.
Motihari : सुशासन में पुलिस की गुंडागर्दी, महिला से शर्मनाक हरकत कैमरे में कैद!
पड़िया गांव की अर्चना देवी ने कहा, घर और बर्तन सब डूब गए.रात में ट्रेन गुजरती है तो डर लगता है.मजबूरी में बच्चों को सूखा राशन खिला रहे हैं.” बबिता देवी ने कहा, “गंगा ने घर छीन लिया, प्रशासन ने धूप से बचने के लिए पॉलिथीन तक नहीं दिया.” नरेश मंडल ने बताया, “घर में 6 फीट पानी है.तीन साल पुराना पॉलिथीन लगाकर तंबू बनाया है.आरपीएफ और जीआरपी पुलिस हटाने आती है, लेकिन कहीं और जगह नहीं है.पानी उतरने तक यहीं रहना पड़ेगा.
मुंगेर से मिथुन कुमार की रिपोर्ट …
Leave a Reply