पटना : बिहार की राजनीति में बुधवार को बड़ा धमाका हुआ. कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने राज्य सरकार पर 70 हजार करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि यह सामान्य लापरवाही नहीं, बल्कि सुनियोजित घोटाला है. खेड़ा ने यह दावा संसद में पेश हुई कैग रिपोर्ट के आधार पर किया.
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उन्होंने कहा कि बिहार सरकार के कई विभागों ने 2022 से 2024 के बीच मिले फंड का यूटिलाइजेशन सर्टिफिकेट केंद्र को नहीं दिया. इसका मतलब है कि सरकार के पास यह बताने का कोई दस्तावेज नहीं है कि पैसा कहां खर्च हुआ. खेड़ा ने कहा कि या तो पैसा खप गया या फिर जेब में चला गया.
सरकारी नियमों के अनुसार, जब कोई विभाग पैसा खर्च करता है तो उसे यूटिलाइजेशन सर्टिफिकेट देना होता है. यह प्रमाण होता है कि पैसा योजना के अनुसार खर्च हुआ. लेकिन बिहार सरकार ने 70 हजार करोड़ का कोई हिसाब नहीं दिया.
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खेड़ा ने कहा कि जब पुल गिरता है तो समझिए पुल नहीं, जनता का पैसा बह गया. यह पैसा शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क और रोजगार पर लगना था. लेकिन इसकी बंदरबांट हुई. उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा हमला बोला. कहा कि एक तिहाई बजट की बर्बादी के लिए दोनों जिम्मेदार हैं.
कैग रिपोर्ट के अनुसार, जिन विभागों ने यूटिलाइजेशन सर्टिफिकेट नहीं दिया, उनमें ग्रामीण विकास, स्वास्थ्य, शिक्षा, लोक निर्माण और नगर विकास विभाग शामिल हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि यह राशि राज्य के कुल बजट का लगभग एक तिहाई हिस्सा है.
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कांग्रेस ने इस मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है. दोषी अधिकारियों और मंत्रियों पर एफआईआर दर्ज करने की बात कही है. साथ ही पैसा वापस लाने और खर्च का ब्यौरा सार्वजनिक करने की मांग की है.
बिहार में पहले से ही बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और शिक्षा की बदहाली को लेकर जनता नाराज है. अब इस घोटाले की खबर से गुस्सा और बढ़ गया है. छात्र संगठनों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी सरकार से जवाब मांगा है.
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पवन खेड़ा ने कहा कि यह सिर्फ आंकड़ा नहीं, बिहार के युवाओं का भविष्य है. इससे स्कूल खुलते, अस्पताल चलते, नौकरियां आतीं. अब इस भ्रष्टाचार पर चुप्पी घातक है. जनता को सवाल पूछना होगा.
कैग रिपोर्ट के बाद बिहार की सियासत में हलचल तेज हो गई है. कांग्रेस ने जनता के बीच जाने का ऐलान किया है. भाजपा और जदयू खेमे में भी बेचैनी बढ़ गई है. अब सवाल है कि क्या सरकार जवाब देगी या यह मामला भी फाइलों में दब जाएगा.

लेखक परिचय: रंजीत कुमार सम्राट सहारा समय (डिजिटल) के बिहार हेड हैं. 20 साल से बिहार के हर जिले की सियासत पर गहरी नज़र रखते हैं. पिछले दो दशक से बिहार की हर खबर को अलग नजरिये से पाठक को समझाते रहे हैं.
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