किशनगंज : एक मां की गोद सूनी हो गई… एक भाई की आंखों से इंसाफ की उम्मीदें बुझ गईं… और समाज ने फिर साबित कर दिया कि जब भीड़ कानून बन जाती है, तो इंसानियत दम तोड़ देती है.
Sitamarhi : सदन में सियासी संग्राम, मेयर-पार्षद भिड़े
किशनगंज के एक गांव में चोरी के शक में युवक को इस कदर पीटा गया कि उसकी सांसें ही छिन ली गईं। कोई नहीं आया बचाने, किसी ने नहीं रोका, मोबाइल से वीडियो बनते रहे, और ज़िंदगी तड़पती रही.
बिहार से जुड़ी खबरें यहां देखें
यह सिर्फ एक हत्या नहीं, यह इंसाफ के नाम पर की गई नृशंसता है, एक तालिबानी सज़ा, जिसे भीड़ ने खुलेआम अंजाम दिया.
किशनगंज जिले के बहादुरगंज प्रखंड में भीड़ द्वारा कानून को हाथ में लेने की दर्दनाक घटना सामने आई है. गुआबरी पंचायत के डूबाडांगी वार्ड नं. 3 में कथित चोरी के आरोप में ग्रामीणों ने एक युवक की पीट-पीटकर हत्या कर दी. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद प्रशासन हरकत में आया और पुलिस ने अब तक छह लोगों को हिरासत में लिया है।
मृतक की पहचान सब्बीर आलम (35 वर्ष), पिता हिदायत अली, निवासी सुखान दिघी, वार्ड संख्या 7, दिघलबैंक के रूप में हुई है. सूत्रों के अनुसार, मृतक पर दिघलबैंक थाने में पहले से तीन आपराधिक मामले दर्ज थे.
ग्रामीणों का दावा है कि मंगलवार की सुबह उसे चोरी करते रंगे हाथों पकड़ा गया था, जिसके बाद भीड़ ने उसकी बेरहमी से पिटाई कर दी. घायल अवस्था में सब्बीर को अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
मृतक के भाई मो. शाकिर ने हत्या को साजिश बताया है. उन्होंने आरोप लगाया कि जमीन विवाद को लेकर कोर्ट में मामला चल रहा था, जिसकी पैरवी सब्बीर कर रहा था.इसी रंजिश में उसे एक लाख रुपये की सुपारी देकर जाफर के इशारे पर मरवाया गया.
घटना के बाद पुलिस अधीक्षक सागर कुमार, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी गौतम कुमार, तथा थाना अध्यक्ष संदीप कुमार सहित कई अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और मामले की जांच की.
पुलिस अधीक्षक सागर कुमार ने बताया कि मृतक के परिजनों के बयान पर मामला दर्ज किया गया है.प्रथम दृष्टया प्रतीत होता है कि चोरी के प्रयास के दौरान ग्रामीणों ने रंगे हाथ पकड़ा और मारपीट की. इस संबंध में छह लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है, तथा अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम गठित कर दी गई है।
किशनगंज से रजी अहमद की रिपोर्ट …
Leave a Reply